भारतीय आई ड्रॉप इन दिनों अमेरिका में विवादों में है। आई ड्रॉप के संक्रमण के कारण वहां कई लोगों की मौत के मामले सामने आने के बाद भारतीय कंपनी ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर ने इसे वापस मंगवा लिया है। अब फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने आई ड्रॉप के निर्यात पर रोक लगाने का फैसला किया है। दरअसल, ये मामला तब सामने आया था, जब आई ड्रॉप की इस्तेमाल करने की वजह से अमेरिका में लोगों को परेशानी हुई थी।
आई ड्रॉप से आँखो में संक्रमण।
भारतीय दवा कंपनी के आई ड्रॉप से अमेरिका के कई राज्यों में आंखों में विभिन्न तरह के संक्रमण को लेकर रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने एफडीए को आगाह किया था। एफडीए की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अभी तक जो मामले में सामने आए हैं, उनमें से कई लोगों की आंखों को रोशनी चली गई है, कई के आंखों में संक्रमण है और आंख में अत्यधिक रक्तस्राव से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। इस आई ड्रॉप का इस्तेमाल आंखों को जलन से बचाने या आंखों के सूखेपन को दूर करने के लिए किया जाता है।
इस्तेमाल से पहले फैक्ट्री का दौरा नहीं किया।
अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने माना है कि उन्होंने दवाई के इस्तेमाल करने से पहले उस फैक्ट्री का दौरा नहीं किया था, जो भारत में स्थित है. हालांकि, मामला उजागर होने के बाद फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने प्लांट का दौरा किया, जिसे ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर के तरफ से संचालित किया जाता है.
वहीं अमेरिका की फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन पहले भी चीन और भारत के तरफ से बनाए जाने वाले दवाओं को लेकर लापरवाही बरतने को लेकर आलोचना का सामना कर चुकी है।
कंपनी के दवा के प्रयोग को बंद करने को कहा।
ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर ने अपनी वेबसाइट बयान जारी किया कर कहा है कि वह इस उत्पाद के वितरकों अरु फार्मा इंक और डेलसम फार्मा से इस आई ड्रॉप को बाजार से वापस मंगाने और इसका इस्तेमाल बंद करने का अनुरोध किया है। कंपनी ने इस दवा के इस्तेमाल पर किसी तरह की परेशानी होने पर लोगों से डॉक्टरों से संपर्क करने को भी कहा है।