दिल्ली में हुई पहली बारिश से ही लोगों का बुरा हाल हो गया है. जहां लोगों को बारिश के कारण गर्मी से राहत मिली वहीं सड़कों पर पानी भरने के कारण यातायात में परेशानी का सामना करना पड़ा. हालत इतनी बिगड़ गए की दिल्ली के सबसे पॉश इलाके के घरों में भी पानी घुस गया. जिसके कारण दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को आपातकाल मीटिंग बुलानी पड़ी. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली में हो रहे जलभराव को खतरनाक बताते हुए दिल्ली सरकार और समस्या से संबंधित एजेंसियों को कॉलोनी से लेकर सुरंगों और अंडरपास तक पंप लगाने का निर्देश दे दिए.

सभी जरूरी विभाग के अधिकारी रहे उपस्थित
दिल्ली के राज्यपाल वीके सक्सेना के द्वारा बुलाई गई इस आपातकाल बैठक में दिल्ली विकास प्राधिकरण, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली पुलिस, लोक निर्माण विभाग आदि जैसी एजेंसियों के बड़े-बड़े अधिकारी शामिल हुए थे.
अधिकारियों की छुट्टी पर लगाई रोक
इस आपातकाल बैठक के दौरान वीके सक्सेना ने दिल्ली के लोगों को बारिश के कारण हो रही परेशानी के बारे में बताते हुए बाढ़ की स्थिति पर भी चर्चा की. आपातकाल बैठक में लोग के द्वारा कहा गया कि दिल्ली में हो रहे जल भराव के कारण शॉर्ट सर्किट होने की संभावना है जिसके लिए जरूरी है कि बिजली कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी अपने कार्य पर मौजूद रहे इसलिए उनकी छुट्टियों पर दो महीने के लिए रोक लगा देनी चाहिए.
दोपहर 2 बजे बुलाई आपात बैठक
दिल्ली में होती जा रही खतरनाक स्थिति को देखकर दोपहर 2 बजे लोग की बैठक के बाद दिल्ली सचिवालय ने आपात बैठक बुलाई जिसमें दिल्ली के सभी वरिष्ठ अधिकारी और मंत्री उपस्थित रहे.
दिल्ली में बारिश के कारण होती जा रही भयावह स्थिति को संभालने के लिए पानी को पंप द्वारा को रास्तों से निकाल कर रास्तों को यातायात के लिए साफ किया जा रहा है