पेट का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है अगर पेट ही हमारा स्वस्थ नहीं है तो आपका किसी भी चीज में मन नहीं लगेगा, और न ही आपको भूख लगेगी. आधे से अधिक बीमारियों का संबंध पेट से ही होता है. डाइजेशन में जरा सी भी मुश्किल आने पर पूरी हेल्थ पर असर पड़ने लगता है. अपनी पाचन शक्ति बेहतर रखने के लिए आपको अपनी डाइट में पौष्टिक आहार जैसे कि फाइबर और प्रोटीन को शामिल करना चाहिए।
पेट खराब होने के कारण?
अपच
अपच को पेट खराब होना भी कहते हैं। इसमें पेट दर्द, पेट में गैस, ऐंठन, दस्त, कब्ज और उल्टी आती है। यह बहुत तेजी से खाने या कुछ विशेष खाद्य पदार्थों को खाने, बहुत अधिक शराब या कैफीन का सेवन या तनाव के कारण हो सकता है।
कब्ज
मल के रूप में हमारे शरीर से अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। आमतौर पर एक व्यक्ति दिन में एक से दो बार मल का त्याग करता है, लेकिन बहुत से लोगों को सही तरह से पेट साफ ना होने की समस्या का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को कब्ज कहा जाता है। कब्ज होने पर शरीर से अपशिष्ट पदार्थ का बाहर निकलना काफी ज्यादा मुश्किल होता है।
ब्लोटिंग
यह दूसरा सबसे कॉमन संकेत है। अगर आपको भी खाना खाते समय या बाद में ब्लोटिंग और गैस की समस्या का सामना करना पड़ता है तो यह भी इस ओर इशारा करता है कि आपके पेट में कुछ गड़बड़ है।
पेट को हेल्थी रखने के लिए इन्हे खाएं।
केला
केले को पेट के लिए काफी लाभदायक माना जाता है. केले में मौजूद कार्बोहाईड्रेट की पर्याप्त मात्रा खून में वृद्धि करने के साथ ही शरीर की ताकत भी बढ़ाता है। पेट में इंफेक्शन की समस्या को केले के सेवन से दूर किया जा सकता है।
सेब
सेब में पोटेशियम और एंटी-ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। सेब सेहत के लिए बहुत गुणकारी माना जाता है. सेब में विटामिन ए, फॉस्फोरस, विटामिन सी और कई मिनरल्स पाए जाते हैं। जो पेट की सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं।
दलिया
फाइबर, खनिज और विटामिन से भरपूर होता है दलिया। यह मैग्नीशियम, आयरन और फॉस्फोरस का भी अच्छा सोर्स है। दलिया कब्ज को दूर करने के साथ ही यह पेट को कई जोखिम से बचाने में मदद कर सकता है।
पुदीना
पुदीना पेट खराब के लक्षणों को कम करने का काम करता है। पुराने समय से इसका उपयोग अपच की समस्या और उसके लक्षणों जैसे गैस, एसिडिटी व मतली से आराम पाने में किया जाता रहा है। वहीं, जर्नल ऑफ फार्मास्यूटिकल एंड रिसर्च के शोध में यह भी पाया गया है कि इसमें एंटी स्पास्मोडिक गुण पाए जाते हैं, जो पेट दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
दही
हर दिन दही का सेवन पेट को फ्लू के जोखिम से निपटने में मदद कर सकता है। दही में पेट को हेल्दी रखने वाले गुड बैक्टीरिया मौजूद होता है जो पाचन में सुधार करने और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण की घटनाओं को कम करने में मदद कर सकती हैं। यह कैल्शियम और प्रोटीन का भी अच्छा स्रोत है।