केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को कर्नाटक दौरे पर थे। इस मौके पर रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने पूर्वोत्तर राज्यों में कांग्रेस की हार पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय तीनों जगहों पर कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया. हारे तो हारे, लेकिन ऐसे हारे हैं कि दूरबीन से भी नहीं दिख रहे हैं।
क्या बोले अमित शाह ?
कर्नाटक में रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘कांग्रेस वालों का बयान देखिए। इनके पास विजय का कोई सूत्र नहीं बचा है। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है। ये लोग क्या नारा लगा रहे हैं, मोदी तेरी कब्र खुदेगी। ये आम आदमी पार्टी पार्टी वाले कहते हैं मोदी तुम मर जाओ। अरे भाई आपके कहने से क्या होता है? ऐसा कहने से ईश्वर आपकी नहीं सुनेगा। 130 करोड़ की जनता मोदी जी के लंबी आयु के लिए प्रार्थना कर रही है।’
उन्होंने राहुल गांधी के साथ कर्नाटक के अन्य नेताओं का भी जिक्र किया। कहा, सुन लो कांग्रेस वालों… जितना कीचड़ मोदी जी पर उछालोगे कमल उतना ही खिलकर बाहर आएगा। क्योंकि कमल का तो स्वभाव ही है। किचड़ के बीच सुगंध फैलाने का। आप जितना भी गाली मोदी जी को दोगे, कभी भी आप सफल नहीं हो पाओगे।
कांग्रेस की हार पर तंज़।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘कहते थे कि पूर्वोत्तर में भाजपा का प्रवेश नहीं हो सकता, वहां दूसरी बार NDA और भाजपा की सरकारें बन रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू पूर्वोत्तर से लेकर गुजरात, उत्तर प्रदेश से लेकर कर्नाटक तक सिर चढ़कर बोलता है.’
‘आप सभी जानते होंगे कि उत्तर-पूर्व में क्या हुआ है. कल त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय के नतीजे घोषित हुए और इन राज्यों से कांग्रेस का सफाया हो गया और वे इस कदर हार गए कि उन्हें दूरबीन से भी नहीं देखा जा सकता. कांग्रेस को नागालैंड में 0 सीट, मेघालय में 3 सीट और त्रिपुरा को सिर्फ 4 सीट मिली है.’
बीजेपी की विजय संकल्प यात्रा
मित शाह ने कर्नाटक में बीजेपी की विजय संकल्प यात्रा के तीसरे रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बुधवार को चंपाराजनगर जिले के माले महाधीश्वरा से बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पहले रथ को रवाना किया था. इसके बाद गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बेलगावी के नंदागढ़ से दूसरे रथ को हरी झंडी दिखाई थी. वहीं शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह ने बीदर ज़िले के बासवकल्याण में तीसरे रथ को हरी झंडी दिखाई।
चार दिशाओं में चार रथों के जरिए 8 हजार किलोमीटर से ज़्यादा की यात्रा होनी है. ये यात्रा 31 ज़िलों और 224 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुज़रेगी. इस दौरान 80 से ज़्यादा रैलियां और 150 रोड शो होंगे. केन्द्र और राज्य के 50 से ज़्यादा बड़े नेता इस संपर्क अभियान से जुड़ेंगे।