राजस्थान के जोधपुर के चौखा गांव स्थित पाकिस्तान विस्थापितों की बस्ती और आसपास के 400 बीघा सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने पहुंचे जोधपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) के दस्ते को विरोध का सामना करना पड़ापाक विस्थापित लोगों के बने कच्चे मकानों पर जेडीए का बुलडोजर चला, तो लोगों ने पथराव की।
लोगों ने कार्रवाई का किया विरोध।
पथराव में जेसीबी के शीशे टूट गए और ड्राइवर को भी चोट आईं। इधर, घटना के विरोध में पाक विस्थापितों ने भी नाराजगी व्यक्त की है और जोधपुर में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है। पाक विस्थापित बस्तियों में रहने वाले लोगों ने 70 हजार से दो लाख तक प्लॉट खरीदने की बात कही है, लेकिन दस्तावेज मांगे जाने पर कोई खुलकर सामने नहीं आ रहा।
लोगों ने जमीन खरीदने की कही बात।
बता दें कि अतिक्रमण की कार्रवाई होने पर लोगों ने कहा कि भू-माफिया ने उनसे पैसे लेकर उन्हें जमीन बेची है, लेकिन बस्ती के लोग कागजात पेश नहीं कर पाए। ऐसे में मकानों को तोड़ दिया गया। जेडीए की ओर से इस जमीन पर बनाए गए करीब 70 से ज्यादा अवैध निर्माणों को तोड़ा गया है।
लोगों ने जेडीए पर लगाया पक्षपात का आरोप।
इधर, पाक विस्थापित परिवारों ने जेडीए के कर्मचारियों और अधिकारियों पर पक्षपात के आधार पर कार्रवाई करने का आरोप लगाया । मंगलवार को सुबह पाक विस्थापित बस्ती के लोग बस्ती के बाहर ही धरने पर बैठ गए। इसके बाद, राजीव गांधी नगर थाना पुलिस ने लोगों को समझा कर धरने को खत्म करवाया।
पाक विस्थापितों की है बस्ती।
बता दें कि चोखा क्षेत्र में ज्यादातर लोग पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए हैं। ये लोग लॉन्ग टर्म वीजा पर भारत में रह रहे हैं, जिन्हें अब तक भारत की नागरिकता नहीं मिली है। चौखा गांव में जेडीए की ओर से काटी गई राजीव नगर कॉलोनी सेक्टर बी और सी में 400 बीघा जमीन पर अवैध रूप से 200 से ज्यादा मकान बन गए थे।
अवैध रूप से बसने लगे पाक विस्थापित लोग।
पिछले कई महीनों में राजीव नगर कॉलोनी में अवैध बस्ती विकसित हो गई। तब जेडीए ने इस पर ध्यान नहीं दिया। कुछ समय पहले इस जमीन को खाली करने के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी हुआ था। सोमवार को टीम जब कार्रवाई करने पहुंची, तो यहां रह रहे लोग विरोध में उतर आए। बस्ती के लोगों ने जोधपुर विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों से धक्का-मुक्की की। इसके बाद होमगार्ड के जवानों ने बल प्रयोग किया।