प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्र पिल्लई ने शुक्रवार को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में एक अर्जी दाखिल कर आबकारी नीति मामले में केंद्रीय एजेंसी को दिए अपने बयान को वापस लेने की मांग की। आरोपी अरुण पिल्लई ने अपने बयान को वापस लेने की मांग करते हुए एक अर्जी दायर की है. ये अर्जी राउज एवेन्यू कोर्ट में दाखिल की गई है. पिल्लई का कहना है कि उनके बयान को जबरदस्ती लिया गया. वहीं, कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय को नोटिस जारी किया है जिसकी सुनवाई सोमवार को होनी है.
हैदराबाद के व्यवसायी अरुण पिल्लई का ED ने किया था गिरफ्तार।
ईडी ने पिल्लई की गिरफ्तारी यह दावा करते हुए की थी कि हैदराबाद के व्यवसायी ने ‘साउथ ग्रुप’ से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दिल्ली में आम आदमी पार्टी को पहुंचाने के वास्ते ‘साठगांठ’ की थी. पिल्लई को ईडी ने मंगलवार को एक अदालत में पेश किया गया था और अदालत ने उसको 13 मार्च तक संघीय जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया था.
अरुण पिल्लई को लंबी पूछताछ के बाद प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की आपराधिक धाराओं के तहत हिरासत में लिया था. दरअसल, पिल्लई रॉबिन डिस्टिलरीज एलएलपी नाम की एक कंपनी में साझेदार है. वहीं, ईडी के अनुसार ये कंपनी तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता और उनसे जुड़े ग्रुप का प्रतिनिधित्व करती है. पिल्लई गिरफ्तार शराब करोबारी उसकी पत्नी और उनकी कंपनी से जुड़ा हुआ है.
दिल्ली सरकार पर शराब घोटाले का लगा आरोप।
आरोप है कि दिल्ली सरकार की शराब कारोबारियों को लाइसेंस देने के लिए 2021-22 की आबकारी नीति से उद्यमियों को सांठगांठ करने का अवसर दिया गया तथा कुछ डीलरों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया, जिन्होंने इसके लिए कथित तौर पर घूस दी. आम आदमी पार्टी ने इस आरोप का जोरदार खंडन किया. बाद में यह नीति रद्द कर दी गयी और दिल्ली के उपराज्यपाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश की जिसके बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत आरोपियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया।
वही दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की आज कोर्ट में पेशी होनी है. दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने ईडी को दोपहर 2 बजे सिसोदिया को पेश करने के निर्देश दिए हैं. ईडी ने सिसोदिया की 10 दिन की रिमांड मांगी है.