डिजिटल ट्रांजैक्शन की लगातार बढ़ रही रफ्तार, जानिए दिन कितने करोड़ का होता है लेनदेन

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नई दिल्लीः मॉडर्न जमाने में इन दिनों देशभर में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की भूमिका लगातार बढ़ती जा रही है। अब बड़े शहरों से गांव और कस्बों में भी लोगों के अंदर ऑनलाइन पेमेंट की अलख जग रही है। वैसे भी इसके लिए कई ऐप ऐसे हैं, जो लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें सबसे पहले तो यूपीआई आइडी बनाकर ही लोग कैश रखने से बच रहे हैं।

लोग आराम से पेटीएम, गूगल पेय, फोन पेय की सहायत से आराम से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर रहे हैं। अब इसका दौर लगातार बढ़ रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये आकंड़ा हर साल तेजी से गतिमान होता दिख रहा है। भारत की एक बड़ी आबादी यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं, जिसके आंकड़े जानकर आप हैरान रह जाएंगे।

हर साल करते हैं इतने लोग यूपीआई का इस्तेमाल

एक रिपोर्ट के मुताबिक, देशभर में करीब अब 36 करोड़ यूपीआई अकाउंट ओपन हो चुके हैं। ये आंकड़ा फरवरी 2022 में हुए 24 करोड़ यूपीआई ट्रांजैक्शन से 50 प्रतिशत अधिक है। वैल्यू के लिहाज से बात करें तो ये ट्रांजैक्शन 6.27 लाख करोड़ रुपये की रही है। फरवरी 2022 में 5.36 लाख करोड़ रुपये वैल्यू यूपीआई ट्रांजैक्शन हुए।

इस आंकड़े को किया पार

आरबीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन ने 1000 करोड़ रुपये महीने के आंकड़े को पार कर चुका है। यह स्तर पिछले तीन महीने से बना हुआ है। आगे आरबीआई ने बताया कि हमारे पेमेंट सिस्टम ग्लोबली चर्चा में है। कुछ देशों ने अपने यहां यूपीआई ट्रांजैक्शन अपनाने में दिलचस्पी भी दिखाई है।

इसके बाद हाल ही में पूरे भारत का एक डिजिटल पेमेंट्स सर्वे कराया गया था। सर्रवे में करीब 90000 लोगों से सवाल-जवाब किए गए थे. इसमें 42 प्रतिशत ने कहा कि वो यूपीआई ट्रांजैक्शन का इस्तेमाल करते थे।
वहीं, वॉल्यूम के लिहाज से बात करें तो जनवरी 2023 में यूपीआई ट्रांजैक्शन ने 800 करोड़ का आंकड़ा पार किया जा चुका है। NEFT (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर) ने सबसे ज्यादा दैनिक ट्रांजैक्शन देखे, जिनका वॉल्यूम 3.18 करोड़ था।

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