पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto) आज 4 मई को भारत आए. यहां वो गोवा में होने वाली शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) के विदेश मंत्रियों की मीटिंग में शामिल हुए
जयशंकर और बिलावल ने दूर से एक दूसरे के हाथ जोड़े
शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) की बैठक में बिलावल भुट्टो से मिलने के 10 मिनट बाद ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा- आतंकवाद दुनिया के लिए बड़ा खतरा है। इसे किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता है।
बिलावल का बतौर विदेश मंत्री यह पहला भारत दौरा है. उनके इस दौरे की काफी दिनों से चर्चा हो रही थी, क्योंकि बिलावल पाकिस्तान के वो मंत्री हैं जो भारत के खिलाफ अक्सर जहरीले बयान देते रहे हैं.
जयशंकर ने ये भी कहा कि आतंकवाद से हर रूप में लड़ना और उसे हर हाल में रोकना होगा। सीमा पार आतंकवाद को भी रोकना जरूरी है। आतंकवाद से लड़ाई SCO के वास्तविक लक्ष्यों में से एक है। इससे पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री से मुलाकात की।इस दौरान एस जयशंकर ने नमस्ते किया तो बिलावल ने भी हाथ जोड़े।
पाकिस्तान के अलावा चीन, रूस समेत सभी सदस्य देशों के विदेश मंत्री इस बैठक में शामिल हुए हैं। वहीं, गुरुवार को फॉरेन मिनिस्टर एस जयशंकर ने चीन और रूस के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय चर्चा की थी। पाकिस्तान के साथ भारत की कोई बातचीत नहीं होगी।
पाकिस्तान बोला भारत ने शिकायत का मौका नहीं दिया
SCO की बैठक के दौरान पाकिस्तान की फॉरेन मिनिस्ट्री के प्रवक्ता मुमताज जेहरा ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अभी तक मीटिंग में सब सही जा रहा है। भारत ने अभी तक हमें शिकायत का कोई मौका नहीं दिया है। वहीं, गुरुवार को बिलावल भुट्टो ने एक वीडिया जारी कर कहा था कि वो SCO मीटिंग में चीन और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों से द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। इसके अलावा वो भारत में 2 इंटरव्यू भी देंगे। SCO के दौरान बिलावल ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से भी मुलाकात की।
बिलावल भुट्टो ने जम्मू-कश्मीर को लेकर भी हमेशा विवादित बयान दिए. 2014 में उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर बोलते हुए अपनी ‘पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी’ (PPP) के कार्यकर्ताओं से कहा था- मैं पूरा कश्मीर वापस लूंगा. मैं इसका एक इंच भी भारत के लिए नहीं छोड़ूंगा, क्योंकि कश्मीर सिर्फ पाकिस्तान का है. पाकिस्तान के बाकी स्टेट की तरह कश्मीर भी हमारा है. जिसके बाद बिलावल की सोशल मीडिया पर खूब खिल्ली उड़ी. सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें ‘पाकिस्तानी पप्पू’ तक कह दिया.
बिलावल ने कहा था- मैं पूरा कश्मीर वापस लूंगा‘।
इसी तरह बिलावल ने पाकिस्तान के बाहर भी अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर को लेकर बयान दिये. उन्होंने यूनाइटेड नेशन्स सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) में कश्मीर का मुद्दा कई बार उठाया, लेकिन कभी UN एजेंडों में उसे शामिल नहीं करवा पाये. उन्होंने यूनाइटेड नेशन्स सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) में ओपन डिबेट में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को निरस्त करने और परिसीमन आयोग के आदेश का मुद्दा उठाया था. उन्होंने भारत में कश्मीरी लोगों के उत्पीड़न और उन पर अत्याचार का भी आरोप लगाया. मगर दुनिया ने उनके आरोपों पर विश्वास नहीं किया.
पीएम मोदी को कसाई कहा था‘।
बिलावल भुट्टो जरदारी को भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बड़ी चिढ़ रही है. उनके बयानों में ये अक्सर झलका. मोदी का जिक्र करते हुए बिलावल ने यूनाइटेड नेशन्स सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) में कहा था- ओसामा बिन लादेन तो मर गया, लेकिन गुजरात का कसाई अभी जिंदा है और वह भारत का प्रधानमंत्री है. बिलावल के इस बयान का यूएन में भारतीय प्रतिनिधियों ने कड़ा विरोध जताया था.
‘कश्मीरियों पर जुल्म ढाए जा रहे हैं’।
बिलावल ने भारत पर कश्मीरी लोगों के उत्पीड़न के आरोप लगाए. उन्होंने मई 2022 में यूनाइटेड नेशन्स सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) में कहा कि कश्मीर के लोगों की हत्या की जा रही है. ऐसे हालात में हमारा भारत के साथ बातचीत करना बहुत मुश्किल हो गया है. वर्ल्ड कम्यूनिटी को उसे ऐसा करने से रोकना चाहिए.
‘मैं मोदी और बीजेपी से नहीं डरता’।
बिलावल भुट्टो ने 18 दिसंबर 2022 को कहा था- मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनकी पार्टी भाजपा और RSS से नहीं डरता. उन्होंने PM मोदी को कसाई बताने वाले अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा, “मेरा मकसद भारत में मुसलमानों के प्रति जारी नफरत और भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाना था. ऐसे में बेहतर होगा कि मेरे खिलाफ प्रदर्शन करने के बजाय नफरत और भेदभाव मिटाने के लिए आवाज उठाएं.”