देश के चर्चित कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर भोपाल के दशहरा मैदान में श्रीमद् भागवत कथा कर रहे हैं। उनके पंडाल में हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। 5 दिन हो चुके हैं। कथा के बीच दिए गए देवकीनंदन के बयान लगातार चर्चित और विवादित भी हो रहे हैं। हाल ही में उन्होंने खुले मंच पर कहा कि जब दूसरे अल्पसंख्यक 40-40 बच्चे पैदा कर सकते हैं तो हम हिंदू 4-5 बच्चे पैदा क्यों नहीं कर सकते? मैं हिंदुओं को ऐसे ही 5 बच्चे पैदा करने के लिए नहीं कहता, मेरे खुद के 4 हैं।
कोई संत कुछ बोलता हैं तो दूसरा संत खंडन कर देता है? जैसे चमत्कार वाली बात पर शंकराचार्य आदि मुक्तेश्वरानंद ने कहा था कि इस दुनिया में कोई चमत्कार नहीं होता। होता है तो कोई जोशी मठ की धंस रही जमीन को बचाए?
शंकराचार्य के प्रश्न का उत्तर देने की क्षमता हममें नहीं है, वो भगवान हैं। हम लोग उनके सेवक हैं। उनकी कोई लीला रही होगी जो उन्होंने ऐसा प्रश्न किया। मैं उनके प्रश्न पर कुछ बोल नहीं सकता। आप अपने वाले प्रश्न पूछिए मैं उत्तर दूंगा।
NCERT की किताबों से मुगल साम्राज्य के इतिहास को हटाने वाली बात पर यूपी में विवाद चल रहा है,
किताबों से चैप्टर ही नहीं सड़कों से सबके नाम हटने चाहिए। आप ये बताइए मेरे घर पर आकर अगर किसी ने कब्जा कर लिया। ऊपर से मैं उसकी घर में फोटो लगा कर रखूं उसका क्या फायदा? बताइए… इसका कोई मतलब है। वो देश आक्रमण करने वाले लोग थे। इस देश में अकबर द ग्रेट नहीं होना चाहिए। इस देश में राम कृष्णा द ग्रेट थे, हैं और रहेंगे। इसमें कोई संशय नहीं है।
यूपी और एमपी पर भी बोले महाराज।
यूपी और एमपी दोनों मेरी आंखों की तरह हैं। मुझे दोनों प्यारी हैं। दोनों मेरी आंख के तारे हैं। मैं पूरे देश को अच्छे से जानता हूं। हर जगह जाता हूं। पूरा देश मुझे प्यार करता है। अभी मैं तेलंगाना गया था। आदिवासियों के क्षेत्र में कथा करके आया हूं। उस जिले का नाम ही आदिलाबाद था। मुझे यूपी एमपी में मत बांटिए। मुझे दोनों जगह कथा करनी है। मैं कथाकार हूं, नेता नहीं हूं। नेताओं को मेरे से ज्यादा जनता जनार्दन जानती है।