गर्मी का मौसम आते ही आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। हालांकि अब हर मौसम में ऐसी घटनाएं देखी जाती हैं। खासकर बहुमंजिला इमारतों में आग लगने से लोगों को बचाना कठिन हो जाता है। आजकल जिस तरह भवन निर्माण में वातानुकूलन का चलन बढ़ने की वजह से कई ऐसी सामग्री का उपयोग बढ़ा है, जो अतिज्वलनशील मानी जाती हैं, उसमें आग लगने की घटनाएं अधिक खतरनाक साबित हो रही हैं।
हाल ही में इंदौर में बनी यह बिल्डिंग देखते ही देखते राख हो गई।इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र स्थित स्काई कॉर्पोरेट पार्क की 6-7वें फ्लोर पर शुक्रवार शाम को अचनाक से भीषण आग लग गई। कई लोगों ने आग के वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इस वीडियो में आसमान में काले धुएं का गुबार उठते हुए देखा जा सकता है। हादसे की सुचना मिलते ही दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची।
इस इमारत में बड़ी संख्या में कंपनियों के आफिस मौजूद हैं। आग लगने के सूचना मिलते ही दमकल की 2 गाड़ियां और लसूड़िया पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर पहंची दमकल टीम आग को बुझाने का प्रयास किया। वहीं आग की घटना से बिल्डिंग में अफरा-तफरी मच गई है। फिलहाल, आग लगने को कारणों का पता नहीं चला है।
हादसे में अभी तक किसी के हताहत होने की भी खबर नहीं है।
बहुमंजिला और व्यावसायिक भवनों में सबसे जरूरी पहलू होता है, आग की स्थिति में लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का बंदोबस्त। फिर उनमें बिजली के उपकरणों की गुणवत्ता का ध्यान रखा जाना जरूरी होता है।
ज्यादातर भवनों में अग्निशमन, निकास, बिजली उपकरणों की गुणवत्ता खराब
यह छिपा तथ्य नहीं है कि ज्यादातर भवनों में अग्निशमन, निकास, बिजली उपकरणों आदि की स्थिति और गुणवत्ता आदि पर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता। विचित्र है कि भवन निर्माता खुद कुछ पैसे बचाने के इरादे से इन नियमों को ताक पर रखते और फिर संबंधित महकमों के कर्मचारियों-अधिकारियों से साठ-गांठ कर उन भवनों में कारोबार चलाते रहते हैं। दिल्ली के करोलबाग इलाके के एक होटल में लगी आग की घटना ने पूरे प्रशासन की कलई खोल कर रख दी थी, जिसमें कई विदेशी सैलानियों ने दम घुटने से जान गंवा दी थी।