गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर एक मानवतावादी नेता, आध्यात्मिक शिक्षक और शांति के राजदूत है। तनाव मुक्त और हिंसा मुक्त समाज के उनके दृष्टिकोण ने दुनिया के लाखो लोगो को एकता के सूत्र में बांधा है। रवि शंकर सामान्यतः श्री श्री रवि शंकर के रूप में जाने जाते हैं, उनके भक्त उन्हें आदर से प्राय: “श्री श्री” के नाम से पुकारते हैं। वे आर्ट ऑफ लिविंग फाउण्डेशन के संस्थापक हैं।
श्री श्री रविशंकर का इंदौर में आगमन इंदौर वासियों के लिए बहुत बड़ी सौगात है इंदौर वासी रविशंकर के आने से काफी उत्साहित हैं वैसे तो इंदौर आर्थिक नगरी के साथ धर्म की नगरी भी कही जाती है यहां पर धार्मिक आयोजन होते रहते हैं। पूज्य महाराज श्री के आने से यहां पर ध्यान योग विज्ञान और कई तरह के योगाभ्यास भी कराए जाएंगे
आर्ट आफ लिविंग के प्रणेता और आध्यात्मिक गुरु पद्मविभूषण श्रीश्री रविशंकर 25 मार्च को इंदौर आ रहे हैं। वे यहां 27 मार्च तक रहेंगे और इस दौरान भजन, सत्संग, हनुमान चालीसा, योग, ध्यान, विज्ञान भैरव, रुद्र पूजा के जरिए समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करेंगे। वे विश्वविद्यालय के साथ एमओयू साइन करेंगे और देश के सबसे स्वच्छ शहर को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए योगाभ्यास व ध्यान कराएंगे।
श्रीश्री रविशंकर के शहर आगमन पर शहर में विभिन्न स्थानों पर तीन दिनों तक कई आयोजन होंगे जिसमें उनके अनुयायी प्रत्यक्ष और डिजिटल मीडिया के माध्यम से भाग भी ले सकेंगे। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाकर उनकी आध्यात्मिक उन्नति करना, समाज का उत्थान और देश में शांति स्थापित करने का प्रयास करना है। युवाओं को अध्यात्म से जोड़कर उन्हें बुराई से दूर करने की कोशिश के चलते ही देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के साथ एमओयू साइन किया जाएगा। अनुबंध के तहत विश्वविद्यालय से संबद्ध करीब 40 महाविद्यालयों में आर्ट आफ लिविंग द्वारा योग और ध्यान की धारा बहाई जाएगी।
श्रीश्री रविशंकर के शहर आगमन पर होने वाले आयोजन की जानकारी देने के लिए मंगलवार को पितृ पर्वत पर पत्रकारवार्ता आयोजित हुई। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और आर्ट आफ लिविंग के मनोज राय ने आयोजन की जानकारी दी। विजयवर्गीय ने बताया कि 25 मार्च को पितृ पर्वत पर श्रीश्री रविशंकर के सान्निध्य में 51 हजार भक्तों द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। यहां ढाई लाख पाठ करने का लक्ष्य रखा गया है।
27 मार्च की सुबह दशहरा मैदान में योगाभ्यास व महारुद्र पूजा आयोजित
गायक सुरेश वाडकर की भजन संध्या भी होगी। कार्यक्रम में कनकेश्वरी देवी, महामंडलेश्वर चिन्मयानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर रामगोपालदास महाराज सहित कई महामंडलेश्वर और संत उपस्थित रहेंगे। पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि 26 मार्च को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में ध्यान की क्रिया विज्ञान भैरव के बारे में जानकारी दी जाएगी और लोगों को योग से जोड़ने के लिए 27 मार्च की सुबह दशहरा मैदान में योगाभ्यास व महारुद्र पूजा आयोजित की गई है।
तीन दिन बहेगी योग-अध्यात्म की धारा
25 मार्च : सुबह 11 बजे जबलपुर से श्रीश्री रविशंकर का इंदौर आगमन। इसके बाद वे अभय प्रशाल में निजी आयोजन में भाग लेंगे। शाम 5 बजे पितरेश्वर धाम हनुमान मंदिर पर होने वाले सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ में शामिल होंगे। आयोजन में वे करीब 6.30 बजे तक उपस्थित रहेंगे। इसके बाद वे महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन करने जाएंगे।
26 मार्च : सुबह 10.30 बजे से ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में विज्ञान भैरव सत्र आयोजित होगा। इस आयोजन में पंजीयन करा चुके साधक ही भाग ले सकेंगे। भगवान शिव द्वारा माता पार्वती को बताई गई ध्यान की 112 तकनीक को विज्ञान भैरव कहा जाता है। रविशंकर इस आयोजन में ध्यान की इस विशेष गूढ़ तकनीक का अनुभव साधकों को कराएंगे। रात 9 बजे वे डेली कालेज में आयोजित निजी आयोजन में भाग लेंगे।
27 मार्च : दशहरा मैदान में सुबह 6.30 बजे होने वाले योग मित्र कार्यक्रम में श्रीश्री शामिल होंगे। यहां वे योग व रुद्र पूजा कराएंगे और सत्संग करेंगे। यह आयोजन सुबह 9.30 बजे तक जारी रहेगा। दोपहर 12 बजे वे बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे।