
सितंबर महीने में आशा भोसले का 90 साल का जन्मदिन आने वाला है और उनके शोकाकुल जीवन में नए उत्सव का आयोजन होने वाला है। आने वाले महीने में, दुबई में विशेष लाइव कॉन्सर्ट की घोषणा हो चुकी है, जिसमें वे अपने प्रशंसकों के साथ मिलेंगी। इस प्रस्तावित कॉन्सर्ट से पहले, आशा भोसले ने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस आयोजित की, जहाँ उन्होंने अपनी बातचीत में फिल्म इंडस्ट्री की महत्वपूर्ण भूमिका पर गहराई से चर्चा की।
आशा जी ने इस अवसर पर यह कहते हुए कि वे फिल्म इंडस्ट्री के एक महत्वपूर्ण और प्रमुख आदर्श हैं, और उन्होंने अपने दौरे के दौरान इस उदाहरण को साझा किया कि वे इंडस्ट्री में अपने 80 सालों से लम्बे संघर्षपूर्ण सफर के बावजूद अब भी सक्रिय और योगदानकर्ता हैं। आशा जी ने अपने बहन, लता मंगेशकर के साथ बिताए गए समय की यादें भी ताजगी से याद की, जिससे दिखता है कि यह परिवार फिल्म इंडस्ट्री की अद्वितीय चर्चा है।
आशा भोसले का कहना;आज भी मैं दो-ढाई घंटे आराम से लाइव कॉन्सर्ट कर सकती हूँ
आशा भोसले 1945 में मुंबई में पैदा हुई थीं, और उनके आगमन के बाद से उन्होंने संगीत की दुनिया में अपनी खास पहचान बनाई है। उनकी आवाज़ ने लोगों के दिलों को छू लिया है और वे अब तक गाने की माहिरी में बेहद माहिर हैं। बचपन से ही उन्होंने गाने का रूचन दिखाया था और उनका संगीत में रूचन बढ़ता गया। आशा जी ने अपने जीवन में संघर्ष के साथ-साथ संवेदनशीलता को भी अपने आवाज़ में महसूस करवाया है। उनके योगदान ने संगीत की दुनिया को नई दिशाएं दिलाई है और उनकी आज भी जवानी की भावना दिल में बसी हुई है। उन्होंने स्वयं को कभी भी रुकने का मौका नहीं दिया है, और उनकी आत्म-संघर्षशीलता और मेहनत आज भी हमें प्रेरित करती है। आशा जी की उम्र शायद 90 साल हो गई हो, लेकिन उनकी ऊर्जा और आवाज़ आज भी नयी उम्र की तरह ताजगी और जोश से भरपूर है। उनके शब्दों में छिपी सलाह आज भी मानने योग्य है, क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में अपार मेहनत और संघर्ष करके वहाँ पहुंचा है जहाँ उनका आदर्श आज भी हमें मार्गदर्शन करता है।

आशा भोसले की दृष्टि: लता मंगेशकर के साथ और सुनिधि चौहान के आवाज़ में खासी विशेषता
आशा भोसले ने अपने बड़ी बहन, लता मंगेशकर, के साथ अपने संबंधों का यदि बताया। वे बताती हैं कि लता दीदी के साथ उनका संबंध बहुत मधुर था और वे सभी उनकी इज्जत करते थे। उनके गानों की बात तो छोड़िए, उनके साथ जुड़े आपसी रिश्तों का माहौल भी विशेष था। वे बताती हैं कि उनके समय में किसी का उनसे सवाल पूछने की हिम्मत नहीं थी और लोग डरते थे, सिर्फ गानों की बात नहीं, उनकी व्यक्तिगतता में भी वे किसी अलगाववादी व्यक्ति थीं। आजकल की पीढ़ियों में, आशा भोसले का पसंदीदा सिंगर सुनिधि चौहान हैं, जिनकी विशेष आवाज़ और गायन शैली उन्हें प्रभावित करती है। वे कहती हैं कि सुनिधि के गाने विभिन्न तरीकों में होते हैं और उनकी अलग आवाज़ बाहरी प्रेरणा का परिचय कराती है। आशा भोसले के अनुसार, लता जी की कॉपी करना आसान नहीं होता, लेकिन सुनिधि का यह अद्वितीय दृष्टिकोण उन्हें खास प्रसन्न करता है।