हाथरस में सत्संग कर रहे बाबा का नाम नारायण हरि भोले बाबा है. सत्संग में अचानक मची भगदड़ से बहुत लोगों की मृत्यु हो गई है और बहुत से लोग घायल है. पर भगदड़ मचने का कारण सामने नहीं आया जिसके लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया गया. अब जांच पड़ताल के बाद सत्संग कर रहे भोले बाबा का कट्ठा चिट्ठा एक-एक कर खुल रहा है. भोले बाबा के आश्रम की कुछ तस्वीरें सामने आई है जो की बहुत आलीशान है. उसमें बहुत सी सुविधाएं उपलब्ध है और वह आश्रम मैनपुरी में स्थित है.
हाथरस में हुई घटना के बाद वहां सत्संग कर रहे नारायण हरि उर्फ भोले बाबा आजकल बहुत सुर्खियों में है. उनका सुर्खियों में होने का कारण उनके द्वारा किए जा रहे सत्संग में मची भगदड़ और उसे भगदड़ में मरे 121 लोग है. भोले बाबा का असली नाम सूरज पाल सिंह बताया जा रहा है. राजस्व टीम बाबा के इतिहास को खंगालने में लग गई है. बाबा के बहुत से राज्यों में स्थित तमाम आश्रम और जमीनों की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है. बाबा की सच्चाई धीरे-धीरे सामने आने लगी है. भोले बाबा सूरज पाल सिंह पर बहुत से आप पहले से दर्ज है.
बाबा पर पहले से कई मामले दर्ज
जांच पड़ताल के दौरान मिली जानकारी के अनुसार भोले बाबा पर कानपुर मैं स्थित करसुई गांव के ग्रुप विश्वहरि के द्वारा 5 से 7 बीघे जमीन पर कब्जा करने का आरोप विधान थाने में दर्ज है. साथ ही औषधि और चमत्कारिक उपचार को लेकर आगरा में भी किया गया था केस दर्ज.
ढोंग करने के आरोप में भी मुकदमा दर्ज
साल 2000 में भी भोले बाबा के खिलाफ ढोंग करने के आरोप में एक मुकदमा आगरा के शाहगंज थाने में दर्ज किया गया था. यह मामला 8 मार्च 2000 का बताया जा रहा है. इसमें भोले बाबा के साथ-साथ सात लोग और शामिल थे. पहले तो कोर्ट में इस मामले को लेकर चार्ज शीट फाइल की गई और बाद में इस मुकदमे में 2 दिसंबर 2000 को FIR लगा दी गई.
बाबा ने थाना शाहगंज क्षेत्र की एक ऐसी लड़की को जिंदा करने की बात कही थी जिसकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद इस चमत्कार को देखने के लिए वहां भारी मात्रा में भीड़ इकट्ठा हो गई थी. लेकिन बाबा द्वारा लड़की को जिंदा ना कर पाने के बाद भीड़ ने हंगामा कर दिया. जिस वजह से हालातो को काबू करने के लिए पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किया गया था. और इसके बाद भोले बाबा पर चमत्कारी इलाज और चमत्कारी दवाइयों की धाराओं के साथ-साथ और भी बहुत सी धाराएं लगाकर मुकदमा किया गया था.
बाबा नोएडा में भी रुका था
अभी कुछ 2 साल पहले 2022 में नारायण भोले बाबा एक महीने के लिए नोएडा भी आए थे. वह नोएडा में सेक्टर 87 के गांव इलाहाबाद में रुके थे. वह यहां एक महीने रुक लेकिन किसी से मुलाकात नहीं की नही किसी को दर्शन दिए. जहां भोले बाबा रुका था वहां पर नोएडा पुलिस ने आकर जांच पड़ताल भी की थी.