आपकेा बतादें की मसालें यू तो कई प्रकार के होते है पर सुगंध के लिए अधिकतर लोग सौंफ का इस्तेमाल करते है. बतादें की बहुत से पकवानों और दवाइयों को बनाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है. हाल ही में ये मसाला कुछ ज्यादा ही प्रचलित हो गया है. भारत की हर रसोई में आज कल इस मसाले को यूज किया जा रहा है. इसके साथ ही आपको बतादें की वनिला की ही तरह ये मसाले भी एक मंहगें मसालों में गिना जाता है. किसान इस सौंफ की खेती की मदद से बेहतरीन मुनाफा कमा पा रहे है. आज के इस आर्टिकल में हम आपकेा बताने जा रहे है की आप कैसे सौंफ की खेती को कर सकते है तो चलिए जानते है इस बिजनेस के बारें में.
आपको बतादें की इस फसल की खेती को खारीफ और राबी दोनों मौसम में किया जा सकता है. खरीफ के मौसम में इस फसल की खेती की बुवाई को जुलाई के महीनें में शुरू किया जाता है वहीं राबी के महीनेें में इस खेती को अक्टूबर के महीनें में शुरू किया जाता है. इस खेती को शुरू करने के लिए 3 से 4 बार खेत की जुताई करनी होती है. इसके साथ ही बेहतरीन खेती के लिए आपकेा इसमें 150 से 200 कुतंल तक सडे हुए गोबर की खाद को मिला देना चाहिए. सौंफ की खेती के लिए अगर तापमान को देखा जाए तो आपकेा बतादें की इसकी अच्छी पैदावार के लिए आपकेा 20 से 30 डिग्री तक के तापमान की जरूरत होती है.
बतादें की इस समय में फॉर्म टू फोर्क जैसी डिमांड मार्केट में काफी ज्यादा बढ़ चुकी है वहीं सौंफ के मसालें की मांग में भी काफी इजाफा देखने को मिल रहा है. ऐसे में इस खेती के बिजनेस से आप बंपर कमाई कर सकते है.