अभी लोगो के बीच से कोरोना का डर तो खत्म ही नही हुआ था की H3N2वायरस ने दस्तक दे दी। ये वायरस लोगो की जान ले रहा हैं।
भारत में जनवरी से मार्च तक का वक्त फ्लू सीजन माना जाता है। इस दौरान लोगों में सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षण देखने को मिलते है। इस बार का फ्लू सीजन काफी अलग है। अब की न सिर्फ मरीजों की संख्या कई गुना बढ़ी है, बल्कि उनके खांसी भी हफ्तों ठीक नहीं हो रही। बड़ी संख्या में मरीजों को ICU में भर्ती करने की नौबत आ रही है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, यानी ICMR का मानना है कि इसकी वजह H3N2 वायरस हो सकता है, जो भारत में तेजी से फैल रहा है।भारत में H3N2 वायरस बहुत तेजी फैल रहा हैं।मौत आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं।
गर्मी के मौसम में कभी ठंड का एहसास तो कभी तेज कर्मी के एहसास ने इस वायरस को तेजी से बढ़ा दिया है आम आदमी आदमी यह समझ नहीं पा रहा है कि क्या करें क्या खाएं कैसे रहे।
हांगकांग फ्लू और कोरोना वायरस तो नहीं…?
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण एक बार फिर तेजी पकड़ता हुआ नजर आ रहा है. एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 379 नए मामले आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,46,89,072 हो गई है. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,177 पर पहुंच गई है. इस बीच H3N2 जिसे हांगकंग फ्लू भी कहते हैं, उसके मामले भी बढ़ रहे हैं. इन दिनों हर दूसरा शख्स गले में दर्द, तेज खांसी, सर्दी जुकाम की शिकायत कर रहा है. ये सभी लक्षण हंगकंग फ्लू पीडि़तों में भी देखे जाते हैं. क्या खांसी-जुकाम का कारण हांगकांग फ्लू और कोरोना वायरस तो नहीं…?
क्या है H3N2, इससे कैसे बचें
यह इन्फ्लुएंजा A का सबटाइप H3N2 वायरस है, जिसको लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी एडवाइजरी जारी की है. इस बीमारी में आपको तेज बुखार, तेज सिरदर्द, शरीर में दर्द, गले में दर्द, तेज खांसी, सर्दी जुकाम फेफड़े जाम पड़ जाने सी परेशानियां होती हैं. अगर आपको भी ऐसे लक्षण नजर आ रहे हैं, तो डॉक्टर से संपर्क कीजिए. इसके अलावा अगर इसकी चपेट में आते हैं, तो जितना हो सके आराम करें. पानी पीते रहें शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी होता है. बाहर का खाना बिल्कुल ना खाएं और फ्लूड डाइट लीजिए. इससे आपको आराम जल्दी मिलेगा. इससे बचने के लिए आप फ्लू वैक्सीन जरूर लगवा लीजिए, साथ में जो लोग इससे संक्रमित हैं उनसे दूरी बनाकर रखिए. हाथ को सेनेटाइज करके रखें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
क्या कोरोना के बढ़ने की वजह H3N2 वायरस?
एच3एन2 के मामलों के साथ कोरोना के मामलों में भी इजाफा हो रहा है. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या कोरोना के बढ़ने की वजह H3N2 वायरस है? डॉ. राजीव जयदेवन (आईएमए नेशनल टास्क फोर्स) बताते हैं, “इंफ्लूएंजा जैसी संक्रमित बीमारी के होने से भी ये परेशानी होती है कि लोग अंधाधुंध एंटीबायोटिक खाते हैं, जबकि वायरल में ये दवाइयां असर नहीं करती हैं. एक ये भी वजह हो सकती है कि लोगों की खांसी और सर्दी जुकाम ठीक होने में समय लग रहा है.” वहीं, डॉक्टर स्नेहा चावला (पल्मोनोलॉजिस्ट) कहती हैं कि H3N2 के लक्षण कोरोना संक्रमण जैसा ही हैं. ये दोनों ही वायरल इंफेक्शन हैं. ये बहुत तेजी से म्यूटेट होती हैं. H3N2 यानि हॉगकॉग फ्लू फेफड़ों पर बुरा असर डालती हैं. ऐसे में बेहद सतर्कता बरतने की आवश्यकता है.