पीएम मोदी ने 17वीं लोकसभा में दिया बड़ा बयान

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नई दिल्ली: एनडीए सरकार का मंत्र सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन रहा है. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि 17 वीं लोकसभा ने कई फैसले लिए जिनका कई पीढ़ियों द्वारा लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था और उन्होंने जम्मू में अनुच्छेद 370 को खत्म करने का हवाला दिया, कश्मीर और तीन तलाक पर प्रतिबंध.

17वीं लोकसभा की आखिरी बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 17वीं लोकसभा की उत्पादकता 97 प्रतिशत थी और इसके कार्यकाल के दौरान 30 विधेयक पारित किए गए.

प्रधान मंत्री ने कहा कि जितनी तेज़ी से सरकार लोगों के दैनिक जीवन से बाहर होगी, लोकतंत्र उतना ही मजबूत होगा, उन्होंने जोर देकर कहा कि वह ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ में विश्वास करते हैं. इसी के साथ पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को सामाजिक न्याय दिया और कड़े कानूनों के माध्यम से आतंकवाद से निपटा.

मोदी ने की इन सभी बातों पर चर्चा

मोदी बोले, ये पांच साल देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के थे. यह बहुत दुर्लभ है कि सुधार और प्रदर्शन दोनों होते हैं और हम परिवर्तन को अपनी आंखों के सामने देख सकते हैं. देश 17 वीं लोकसभा के माध्यम से इसका अनुभव कर रहा है और मेरा दृढ़ विश्वास है कि देश 18वीं लोकसभा को आशीर्वाद देना जारी रखेगा.

इस लोकसभा के कार्यकाल में ऐसे कई फैसले लिए गए जिनका कई पीढ़ियों को लंबे समय से इंतजार था. इस लोकसभा के कार्यकाल के दौरान अनुच्छेद 370 को भी निरस्त कर दिया गया.मुझे लगता है कि जिन्होंने संविधान का मसौदा तैयार किया, वे इसके लिए हमें आशीर्वाद देंगे.

जम्मू-कश्मीर के लोग सामाजिक न्याय से वंचित थे. आज हम संतुष्ट हैं कि हमने सामाजिक न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप जम्मू-कश्मीर के लोगों को सामाजिक न्याय दिलाया है. आतंकवाद एक कांटा बन गया था, देश की छाती पर गोलियां बरसा रहा था.हमने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कानून बनाए. मेरा दृढ़ विश्वास है कि जो लोग इस तरह के मुद्दों से पीड़ित हैं उन्हें इसी तरह ताकत मिलेगी.

जब हम एलन्यूनतम सरकार अधिकतम शासन के बारे में बात करते हैं, तो मुझे वास्तव में लगता है कि सरकार को लोगों के जीवन से दूर रहना चाहिए क्योंकि यह केवल लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद करेगा.

पिछले पांच वर्षों में मजबूत भारत की नींव रखने वाले कई परिवर्तनकारी सुधार हुए हैं. 17वीं लोकसभा की उत्पादकता 97 प्रतिशत थी, सात सत्रों में यह 100 प्रतिशत से अधिक थी. ये सभी बातें प्रधान मंत्री ने बोली.

आगे वो बोले चुनाव बहुत दूर नहीं हैं, कुछ लोग घबरा सकते हैं. लेकिन यह लोकतंत्र का एक अनिवार्य पहलू है. मेरा मानना ​​है कि हमारे चुनाव देश का गौरव बढ़ाएंगे और लोकतांत्रिक परंपरा का पालन करेंगे – जिससे दुनिया आश्चर्यचकित है.

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