Farming: आपको बतादें, कि किसानों की मदद के लिए अब सरकार भी कदम बढ़ा रही है. जहां पर अब किसानों की आय को बढ़ाने में सरकार उनकी काफी ज्यादा सहायता कर रही है. ऐसे में किसानों ने भी पांरपरिक खेती को छोड़कर के नकदी फसलों को उगाना शुरू कर दिया है. जिससे कि उन्हे मुनाफा हो सके. आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि किसानों की मदद के लिए अब सरकार बहुत सी ऐसी मुहीमें और स्कीम को लाॅन्च करती है. जिससे कि किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके. ऐसे में सरकार ने औषधिय और सुगंधित पौधों की खेती को लेकर किसानों में जागरूकता फैलाई है. जिससे कि किसानों को इस बारें में पता चल सके. साथ ही वे इससे अच्छा पैसा कमा सके. आपको बतादें, कि इस मूहीम का नाम है फसल विविधाकरण योजना.
आपको बतादें, कि सरकार की ये स्कीम ना कवेल किसानों के लिए पेश की गई है, बल्कि इसके जरिए वे पर्यावरण को भी बचा रहे है. जिसमें इन पौधों की खेती कर पर्यावरण को काफी ज्यादा फायदा मिल सकता है. इस खेती को करने के लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी भी किसानों को प्रदान की जानें वाली है. बताया जा रहा है, कि बिहार की सरकार किसानों को औषधिय और सुगंधित पौधों की खेती के लिए 50 फीसदी तक सब्सिडी दे रही है. जिसके जरिए पर्यावरण को भी काफी फायदा मिल सकता है. आपको बतादें, कि इस योजना की शुरूआत इसी महीनें में 22 जनवरी के दिन हो चुकी है. बिहार के तकरीबन 9 जिलों के अंदर इस योजना की शुरूआत हो चुकी है. जिसमें पूर्वी चमपारण, खगड़िया, नवादा, सुपौल जैसे जिले शामिल है. आपको बतादें, कि फसल विविधाकरण की योजना के तहत बहुत से पौधों की फसल को उगाया जा सकता है. जिसमें पाम, तुलसी, खस और सतावरी जैसे पौधों की फसलें शामिल है.