पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने आरोप लगाया है कि उनके पासपोर्ट नवीनीकरण में देरी की जा रही है। इसे लेकर अब उन्होंने जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट में याचिका दाख़िल की है।
छह महीने पहले किया था आवेदन
इल्तिजा मुफ़्ती का आरोप है की उन्होंने छह महीने पहले पासपोर्ट के नवीनीकरण के लिए आवेदन दिया था। पर अभी तक उन्हें उनका पासपोर्ट नहीं मिला है। उनका कहना है की उन्हें अपनी पढ़ाई के लिए देश के बाहर जाना है जिसके लिए उन्हें पासपोर्ट की तत्काल आवश्यकता है। इल्तिजा मुफ़्ती का कहना है की उनका पासपोर्ट 2 जनवरी को समाप्त हो गया था जिसके लिए उन्होंने पिछले साल 8 जून को आवेदन दिया था।
एडीजीपी स्वैन को पत्र लिखा
इल्तिजा ने कहा कि विदेश यात्रा का अधिकार मौलिक है और इसे प्रतिवादी या उसकी एजेंसियों द्वारा की गई जांच के चलते अत्यधिक लंबे समय तक रोककर नहीं रखा जा सकता है। एडीजीपी स्वैन को लिखे एक पत्र में कहा कि वह आपके ध्यान में लाना चाहती हैं कि उन्होंने कभी कानून या नियम का उल्लंघन नहीं किया है। इल्तिजा का पासपोर्ट पिछले साल समाप्त होने वाला था।
यात्रा का अधिकार मौलिक अधिकार
इल्तिजा ने पत्र में लिखा है की सुप्रीम कोर्ट में कहा गया है कि यात्रा का अधिकार भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत एक मौलिक अधिकार है और सरकार को किसी आवेदक को पासपोर्ट देने से इनकार करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने बताया कि उनकी नानी गुलशन नजीर को भी पिछले साल पासपोर्ट से वंचित कर दिया गया था। जब वह मक्का की तीर्थ यात्रा पर जाना चाहती थीं
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के हस्तक्षेप से हो रही देरी
संबंधित एजेंसियों पर हमला बोलते हुए कहा था कि विदेश यात्रा का अधिकार मौलिक अधिकार है. इसे एजेंसियों की जांच के चलते अधिक समय तक नहीं रोका जा सकता है। इल्तिजा का आरोप है की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन के हस्तक्षेप से पुलिस उनके सत्यापन को स्पष्ट नहीं कर रही है।