आपकेा बतादें की हाल ही में एक रिपोर्ट से इस बात का पता चला है की सरकार ने बफर स्टाॅक के लिए इस वित्त वर्ष में 3 लाख टन प्याज की खरीद की है. जिसमें उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित सिंह ने बताया है की सरकार प्याज को लंबे समय के लिए सुरक्षित रखने के लिए भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के साथ काम करने का फैसला किया है.
बात करें अगर पिछले साल की तो आपको बतादें की सरकार ने बीतें वष्र 2022-2023 में 2.51 लाख टन प्याज की खरीद की थी जिसमें की इस साल में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में बफर स्टाॅक को आपूर्ति वाले मौसम में प्राइस स्टेबिलाइजेशन फंड के तहत रखा जाता है जिससे की उनके दामों को कंट्रोल किया जा सके.
नई तकनीक से स्टोर होगी प्याज की फसल
आपकेा बतादें की उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय प्याज के सरंक्षण को लेकर जानकारी सांझा करते हुए बताया है की सरकार प्याज के सरंक्षण के लिए इस साल महाराष्ट्र के लासलगांव में कोबाल्ट.60 गामा के जरिए 150 टन प्याज को संरक्षित किया जाने वाला है. जिसमें की प्याज की फसल को एक अधिक समय के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है.
हाल ही में जारी हुए सरकारी आकड़ो के मुताबिक इस बात का पता चला है की 15 जुलाई के दिन पर प्याज के सही दाम ऑल इंडिया लेवल पर 26.79 प्रति किलो तक होगें. जिसमें की अधिकतर दाम 65 रूपये प्रति किलो और इसके साथ ही न्यूनतम दाम 10 रूपये प्रति किलो होने की संभावना है.