किसानों ने हाईवे पर लगाया महाजाम, हाईवे पर घंटों रेंगते रहे वाहन, पुलिस ने उठाया बड़ा कदम
नई दिल्ली: सरकार और किसान एक बार फिर आमने-सामने आते दिख रहे हैं. किसानों ने सरकार के खिलाफ एक बार फिर अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की ठान ली है, जो यूपी के सैकड़ों गांव से दिल्ली बॉर्डर के करीब पहुंचने वाले हैं. वैसे पुलिस ने किसानों को दिल्ली बॉर्डर से पहले ही रोक दिया है, जहां सड़क पर जाम जैसे हालात बन गए हैं.
हजारों की संख्या में किसानों ने जब सड़कों पर पैदल मार्च किया तो महाजाम लग गया, जिससे हालात बेकबू हो गए. 5 मिनट की दूरी तय करने के लिए कई-कई घंटों तक वाहन रेंगते रहे. किसान दिल्ली बॉर्डर तक ना पहुंच पाए इसके लिए प्रशासन ने पहले से ही बड़े स्तर तक तैयारी कर ली थी।
जानिए किसानों के मार्च जुड़ी जरूरी बातें
उत्तर प्रदेश पुलिस ने करीब 150 किसानों को नोएडा के महामाया फ्लाईओवर के पास रोक दिया है.
दिल्ली-नोएडा सीमा, सरिता विहार और दिल्ली-नोएडा राजमार्ग पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया.
राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, खासकर दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर, भारी बुलडोजर, बैकहो मशीन, विक्रांत लॉजिस्टिक वाहन, दंगा नियंत्रण वाहन और पानी की बौछारें तैयार हैं.
दिल्ली-हरियाणा और दिल्ली-उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले सीमा क्षेत्रों पर पिकेट और बैरिकेड्स लगाए गए थे.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार को सोनिया विहार, डीएनडी, चिल्ला, गाज़ीपुर, सभापुर, अप्सरा और लोनी बॉर्डर से जुड़े मार्गों पर भारी यातायात की चेतावनी दी है.
गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने बुधवार और गुरुवार को धारा 144 लागू कर दी है.
जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा पुलिस ने किसानों से ‘दिल्ली चलो’ मार्च में शामिल न होने ने की अपील की है. हरियाणा पुलिस ने किसानों से अगले सप्ताह दिल्ली तक प्रस्तावित मार्च में बिना अनुमति भाग नहीं लेने को कहा है और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने सहित अन्य मांगों को लेकर 13 फरवरी को ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन में भाग लेने की तैयारी कर रहे किसान संगठनों को नोटिस में चेतावनी जारी की गई है.