World Lung Cancer Day 2024
विश्व फेफड़ा कैंसर दिवस हर साल 1 अगस्त को मनाया जाता है. इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को फेफड़ा कैंसर के प्रति जागरूक करना और इसके निवारण के लिए कदम उठाना है. फेफड़े हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंग हैं और इन्हें स्वस्थ रखना बेहद जरूरी है. फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए योग एक बेहतरीन उपाय है. योग न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है. आइए जानते हैं फेफड़ों को हेल्दी रखने और उनकी कार्यक्षमता बढ़ाने वाले 4 फायदेमंद योगासन.
भस्त्रिका प्राणायाम
भस्त्रिका प्राणायाम फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए बेहद प्रभावी है. इस प्राणायाम में तेज और गहरी सांस ली जाती है और छोड़ी जाती है. यह फेफड़ों को ऑक्सीजन से भर देता है और उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाता है. इसके नियमित अभ्यास से फेफड़ों की सफाई होती है और श्वास संबंधी बीमारियों से बचाव होता है.
कपालभाति प्राणायाम
कपालभाति प्राणायाम में पेट को अंदर की ओर खींचते हुए तेजी से सांस बाहर निकाली जाती है. यह प्राणायाम फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है और उन्हें मजबूत बनाता है. इसके अलावा, यह श्वास प्रणाली को शुद्ध करता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है.
अनुलोम-विलोम प्राणायाम
अनुलोम-विलोम प्राणायाम एक प्रकार का नाड़ी शोधन प्राणायाम है, जिसमें एक नासिका से सांस ली जाती है और दूसरी से छोड़ी जाती है. यह फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और उन्हें स्वस्थ रखता है. यह प्राणायाम श्वास प्रणाली को संतुलित करता है और मन को शांति प्रदान करता है.
धनुरासन
धनुरासन में शरीर को धनुष के आकार में खींचा जाता है. इस आसन से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और श्वास लेने की प्रक्रिया बेहतर होती है. यह फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है.
योगासन फेफड़ों की सेहत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. इन योगासनों को नियमित रूप से करने से न केवल फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है, बल्कि श्वास संबंधी बीमारियों से भी बचाव होता है. विश्व फेफड़ा कैंसर दिवस पर, आइए हम संकल्प लें कि हम अपने फेफड़ों की देखभाल करेंगे और इन्हें स्वस्थ रखने के लिए योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएंगे.