Tilak Benefits
भारतीय संस्कृति में तिलक का विशेष महत्व है. तिलक केवल धार्मिक अनुष्ठानों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसके वैज्ञानिक और स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं. तिलक माथे पर विशेष प्रकार के पदार्थों से लगाया जाता है और इसका सकारात्मक प्रभाव हमारे शरीर और मन पर पड़ता है. आइए जानें कि सप्ताह के प्रत्येक दिन किस प्रकार का तिलक लगाना चाहिए और उसके क्या फायदे होते हैं.
सोमवार
सोमवार को चंदन का तिलक लगाने से मानसिक शांति मिलती है. चंदन का तिलक ठंडक प्रदान करता है और इससे मन शांत रहता है. इसके अलावा, यह त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है.
मंगलवार
मंगलवार को लाल चंदन या कुंकुम का तिलक लगाना चाहिए. इससे आत्मविश्वास बढ़ता है और ऊर्जा का संचार होता है. लाल रंग शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है, जो आपको पूरे दिन ऊर्जावान बनाए रखता है.
बुधवार
बुधवार को हरे चंदन या कुमकुम का तिलक लगाना चाहिए. यह तिलक बुध ग्रह को शांत करता है और बुद्धिमत्ता और विवेक को बढ़ावा देता है. इसके साथ ही यह तिलक व्यापार और वाणिज्य में भी सफलता दिलाता है.
गुरुवार
गुरुवार को पीले चंदन या हल्दी का तिलक लगाना चाहिए. पीला रंग ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक है. इससे गुरु ग्रह की कृपा प्राप्त होती है और शिक्षा तथा धार्मिक कार्यों में सफलता मिलती है.
शुक्रवार
शुक्रवार को सफेद चंदन या केसर का तिलक लगाने से सौंदर्य और आकर्षण में वृद्धि होती है. यह तिलक शुक्र ग्रह को संतुलित करता है और आपके व्यक्तित्व को निखारता है.
शनिवार
शनिवार को काले तिल या काले तिलक का प्रयोग करना चाहिए. यह शनि ग्रह को शांत करता है और नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाता है. इससे आपको शांति और संतोष की अनुभूति होती है.
रविवार
रविवार को लाल चंदन या कुंकुम का तिलक लगाने से आत्मविश्वास और ऊर्जा में वृद्धि होती है. यह तिलक सूर्य ग्रह को संतुलित करता है और इससे स्वास्थ्य और समृद्धि प्राप्त होती है.
हर दिन के अनुसार तिलक लगाने से न केवल धार्मिक लाभ मिलता है, बल्कि यह स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए भी लाभकारी होता है. तिलक लगाने से हमारी आंतरिक ऊर्जा सक्रिय होती है और सकारात्मकता का संचार होता है. भारतीय संस्कृति में तिलक का प्राचीन काल से ही विशेष महत्व रहा है और इसके फायदे अनगिनत हैं. अतः हमें अपने दैनिक जीवन में तिलक को शामिल करना चाहिए और इसके विभिन्न लाभों का अनुभव करना चाहिए.