Wayanad Landslide
आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि बारिश के चलते केरल के Wayanad में भुस्खलन हो चुका है. जहां पर हालात काफी ज्यादा नाजुक बन चुके है. इसके साथ ही में आपको बतादें, कि कई लोग इस भुस्खलन की चपेट में आ चुके है. वहीं खबरों के हवाले से ये बताया जा रहा है, कि तकरीबन 8 लोगों की मौत यहां पर भुस्खलन के तले दबने से हो चुकी है. बतादें, कि मलबे के तले दबे हुए 8 लोगों में 3 बच्चें की संख्या भी शामिल रही है. आइए जानते है वहां के हालातों के बारें में

अभी तक 8 लोगों की मौत
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) की तरफ से जानकारी दी गई है, कि अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल एनडीआरएफ की टीमों को यहां पर हालातों पर काबू पाने के लिए तैनात किया जा चुका है. वहीं एक अलग से टीम को वायनाड में भेजा गया है. जहां पर मौजुदा हालातों का जायज़ा किया जा सके. साथ ही मलबे में फसे हुए लोगों को वहां से बाहर निकाला जा सके. आपको बतादें, कि इलाके के सीएमओ की तरफ से भी ये जानकारी दी गई है, कि स्वास्थ्य विभाग समेत लोगों की मदद करने के लिए यहां पर कई कक्ष खोले जा चुके है. साथ ही में कुछ हेल्पलाइन नंबरों को भी शुरू कर दिया गया है. जिससे कि लोगों की सहायता की जा सके. बताया जा रहा है, कि बारिश के कारण से आए इस भुस्खलन के चलते कई लोग अभी भी इस मलबे के नीचे दबे हुए है. जहां पर 8 लोगों की मौत की खबर भी सामने आ रही है. इसके साथ ही में इस संख्या में 3 बच्चे भी शामिल रहे है.

100 से भी ज्यादा लोग मलबे के नीचे फसे
बताया जा रहा है, कि भारी बारिश के चलते केरल के वायनाड में आए भुस्ख्लन के मलबे में 100 से भी ज्यादा लोगों के दबे होने की आंशका को जताया जा रहा है. वहीं ये भी बताया जा रहा है, कि इस मलबे के नीचे 3 बच्चों की भी दब कर के मौत हो गई है. जिसमें कि मरने वालों की संख्या अब बढ़कर के 8 हो चुकी है. जहां पर वायनाड में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
केरल की स्वास्थय मंत्री ने दिया बयान
आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि हालातों को पूर्ण रूप से नियंत्रण में लाने के लिए वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर एमआई-17 और एक एएलएच को भी यहां के लिए रवाना कर दिया गया है. जिन्हें सुलूर से रवाना किया गया है. इसके साथ ही में केरल की स्वास्थय मंत्री वीना जॉर्ज ने भी बयान देते हुए ये जानकारी दी है, कि किस प्रकार से केरल के वैथिरी, कलपट्टा, मेप्पडी और मननथावाडी के सभी अस्पतालों को पूर्ण रूप से तैयार कर दिया गया है. साथ ही में जगह जगह पर स्वास्थय कर्मियों की टीमें भी यहां पर तैनात की गई है, जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद की जा सके.