देश में इन्फ्लुएंजा (H3N2) वायरस के मामलों में अचानक आई तेजी ने चिंता बढ़ा दी है. पिछले कुछ समय से इन्फ्लुएंजा के रोजाना हजारों मामले अस्पतालों में सामने आ रहे हैं. उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में इन्फ्लुएंजा के मामलों में अधिक तेजी देखी गई है. इसमें 3-5 दिन तक बुखार रहता है. इसके साथ ही लगातार खांसी आती है जो तीन सप्ताह तक रह सकती है।
कोरोना के मामले कम पर फ्लू के मामले बढ़े।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को हेल्थ एक्सपर्ट्स के साथ H3N2 इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामलों पर एक बैठक की। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि देश में कोरोना के मामले कम हुए हैं, लेकिन फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं। यह फ्लू कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। इससे बचने के लिए भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने की सलाह दी है। पिछले दो महीने से राजधानी दिल्ली समेत भारत के कई हिस्सों में इन्फ्लूएंजा के मामले बढ़ रहे हैं।
कोरोना महामारी के बाद फ्लू के बढ़ते मामलों से लोगों में डर है, क्योंकि इससे जूझ रहे मरीजों में कोरोना जैसे ही लक्षण देखने को मिल रहे हैं। बीते कुछ दिनों में दिल्ली और आसपास के इलाकों से कई ऐसे मरीज अस्पताल पहुंचे हैं, जो 10-12 दिनों से तेज बुखार के साथ खांसी से परेशान हैं। आईसीएमआर की रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले दो-तीन महीनों से इन्फ्लूएंजा वायरस का एक सब-टाइप H3N2 फैल रहा है। देश के कई हिस्सों में लोगों में इसी स्ट्रेन के लक्षण मिले हैं।
क्या है H3N2 ?
H3N2 वायरस एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है जिसे इन्फ्लूएंजा ए वायरस कहा जाता है। यह एक सांस रिलेटेड वायरल इन्फेक्शन है जो हर साल बीमारियों का कारण बनता है। इन्फ्लूएंजा ए वायरस का सबटाइप है जिसकी खोज 1968 में हुई थी।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) का मानना है कि इन्फेक्शन के लक्षण पांच से सात दिनों तक बने रहे सकते हैं। H3N2 से होने वाला बुखार तीन दिनों में उतर जाता है। लेकिन खांसी तीन हफ्ते से ज्यादा दिनों तक बनी रहती है।
क्या है वायरस के लक्षण।
H3N2 वायरस के लक्षणों में खांसी, नाक बहना या नाक बंद होना, गले में खराश, सिर दर्द, शरीर व मांसपेशियों में दर्द, बुखार, ठंड लगना, थकान, उल्टी, दस्त और सांस फूलना शामिल हैं।
सांस लेने में तकलीफ होना
ऑक्सीजन लेवल 93 से कम हो
छाती और पेट में दर्द और दबाब महसूस होना
बहुत ज्यादा उल्टी
मरीज कंफ्यूज रहे या उसे भ्रम होने लगे
बचाव
अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोते रहें।
सेनिटाइजर साथ में रखें, और इसका इस्तेमाल करें।
जो व्यक्ति बीमार है उसके कॉन्टैक्ट में आने से बचें।
यदि आप छींक या खांस रहे हैं, अपना मुंह ढक लें क्योंकि वायरल इन्फेक्शन तेजी से फैलता है।
आंखों और चेहरे को बार-बार छुने से बचें।
भीड़ वाली जगह पर जा रहे हैं तो मास्क जरूर लगाएं।