भाजपा की दिग्गज नेता स्वर्गीय सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को भाजपा ने अहम जिम्मेदारी सौंपी है. उन्हें दिल्ली भाजपा के लीगल सेल का को-कन्वीनर यानी कानूनी प्रकोष्ठ का सह-संयोजक बनाया गया है। बांसुरी स्वराज को पार्टी में पहली बार पद मिला है। प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने उनकी नियुक्ति तत्काल प्रभाव से की है, जो प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से बांसुरी की पहली नियुक्ति भी है।
नियुक्ति पर पीएम मोदी को दिया धन्यवाद।
स्वराज ने अपनी नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के शीर्ष नेताओं को धन्यवाद दिया. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भाजपा दिल्ली प्रदेश के विधि प्रकोष्ठ का प्रदेश सह-संयोजक के रूप में पार्टी की सेवा करने का अवसर प्रदान करने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, अमित शाह जी, जे पी नड्डा जी, बी एल संतोष, वीरेंद्र सचदेवा, भाजपा की अत्यंत आभारी हूं.’
तत्काल प्रभाव से हुई नियुक्ति।
शुक्रवार को जारी एक पत्र में सचदेवा ने कहा कि स्वराज की नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी और उम्मीद है कि वह भाजपा को मजबूत करेंगी. स्वराज ने कहा कि वह पहले भी कानूनी मामलों में पार्टी की मदद करती रही हैं. स्वराज ने कहा, ‘‘बात बस इतनी है कि मुझे औपचारिक रूप से दिल्ली भाजपा के कानूनी विभाग की सह-संयोजक के रूप में अधिक सक्रिय रूप से पार्टी की सेवा करने का अवसर दिया गया है.’’
क्रिमिनल लॉयर है बांसुरी।
बता दें कि बांसुरी स्वर्गीय सुषमा स्वराज और स्वराज कौशल की इकलौती बेटी हैं. उन्होंने ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है. पढ़ाई पूरी करने के बाद से वे क्रिमिनल लॉयर के तौर पर दिल्ली हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही हैं। स्वराज ने 2007 में बार काउंसिल ऑफ दिल्ली में पंजीकरण कराया और कानूनी पेशे में 16 साल का अनुभव है।