मिला बड़ा सम्मान
टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने हाल ही में न्यूयॉर्क के प्रसिद्ध यांकीज स्टेडियम का दौरा किया, जहां उन्हें एक खास सम्मान मिला. यह स्टेडियम मेजर लीग बेसबॉल (MLB) की सबसे सफल टीमों में से एक, न्यूयॉर्क यांकीज का घर है. इस दौरे के दौरान, यांकीज टीम ने सूर्यकुमार यादव को सम्मानित करते हुए उन्हें एक विशेष जर्सी भेंट की, जिसमें उनका नाम और उनके पसंदीदा नंबर 63 अंकित था.

यह सम्मान भारत और अमेरिका के बीच खेलों के बढ़ते संबंधों को दर्शाता है. अमेरिका में बेसबॉल का क्रेज़ हमेशा से ही बहुत ज्यादा रहा है, लेकिन हाल के दिनों में क्रिकेट भी वहां लोकप्रियता हासिल कर रहा है. खासकर टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद से अमेरिका में क्रिकेट को लेकर रुचि में भारी इजाफा हुआ है. इस बढ़ते हुए क्रिकेट प्रेम का एक प्रतीक सूर्यकुमार यादव को यांकीज द्वारा दी गई यह विशेष जर्सी है.
टी20 इंटरनेशनल में तेजी से पहचान:
सूर्यकुमार यादव ने 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया और अपने पहले ही मैच में छक्का मारकर अपने आक्रामक अंदाज को दिखाया. टी20 इंटरनेशनल में उन्होंने 360-डिग्री बल्लेबाजी शैली विकसित की है, जिससे उन्हें “स्काई” के नाम से भी जाना जाता है, 2022 में आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया, और उन्हें इस प्रारूप में विश्व के शीर्ष बल्लेबाजों में गिना जाने लगा.
सूर्यकुमार यादव का यह सम्मान अमेरिका में क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता और वहां के लोगों द्वारा इस खेल की समझ को इंगित करता है. टी20 वर्ल्ड कप के बाद से क्रिकेट ने अमेरिका में अपनी जगह बनानी शुरू कर दी है, और अब अमेरिकी जनता भी इस खेल को समझने और इसे पसंद करने लगी है. यांकीज द्वारा सूर्यकुमार को सम्मानित किया जाना यह दिखाता है कि अब भारतीय क्रिकेटरों की पहचान न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हो रही है.
सूर्यकुमार यादव ने यांकीज स्टेडियम के अपने दौरे को एक यादगार अनुभव बताया. क्रिकेट और बेसबॉल जैसे दो अलग-अलग खेलों के बीच यह सम्मान भारतीय क्रिकेट और उसके खिलाड़ियों की वैश्विक पहचान को और भी मजबूत करता है. यह कदम दोनों देशों के बीच खेलों के संबंधों को और गहरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है.

यांकीज द्वारा सूर्यकुमार यादव को दी गई इस विशेष जर्सी के साथ, यह साफ है कि क्रिकेट अब धीरे-धीरे अमेरिका में भी अपनी जगह बना रहा है. आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों देशों के बीच खेलों के इस प्रकार के क्रॉस-ओवर कैसे और बढ़ते हैं और क्रिकेट अमेरिका में किस तरह से अपनी जड़ें मजबूत करता है.