इसी साल 2024 जनवरी में 20 जगहों पर ED द्वारा छापें मारें गए थे. ED के जरिए छापे INLD के रह चुके MLA दिलबाग सिंह और सुरेंद्र पंवार सहित उनके कुछ सहयोगियों के स्थान पर मारे गए थे. इस मामले के चलते पहले ही दिलबाग सिंह और कुलविंदर सिंह को ED द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है.
अंबाला के स्पेशल कोर्ट में ले जाया जा रहा सुरेंद्र पंवार को
ED द्वारा कांग्रेस के विधायक सुरेंद्र पंवार को अवैध खनन के मामलों के चलते गिरफ्तार कर लिया गया है. जानकारी के लिए बता दे की कांग्रेस के विधायक सुरेंद्र पंवार हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले हैं. सुरेंद्र पंवार पर आरोप लगा है कि इन्होंने यमुनानगर इलाके में बहुत ही बड़ी स्तर पर अवैध खनन करवाया है. फिलहाल सुरेंद्र पवार को अंबाला के स्पेशल कोर्ट में ED द्वारा रिमांड के लिए ले जाया जा रहा है.
400-500 करोड रुपए से जुड़ा यह मामला
मिली हुई जानकारी के अनुसार अवैध खनन का यह मामला यमुनानगर के क्षेत्र में सिंडिकेट के द्वारा करीबन 400, 500 करोड़ रुपए से जुड़ा हुआ है. सुरेंद्र पंवार और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ अवैध खनन के बहुत से मामले को लेकर हरियाणा पुलिस के द्वारा FIR भी दर्ज की गई थी इसके बाद इस पूरे मामले को ED के हाथों में सौंप दिया गया था.
अवैध खनन की इसी मामले के चलते ED द्वारा जनवरी 2024 को INLD के रह चुके MLA दिलबाग सिंह और सुरेंद्र पंवार सहित उनसे जुड़े उनके कुछ अन्य सहयोगियों के कुछ 20 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. हालांकि अवैध खनन केस मामले को लेकर कुलविंदर सिंह और दिलबाग सिंह को पहले ही ED द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है.
पत्थर बजरी और रेत का किया अवैध खनन
इसी साल 2024 जनवरी में ED द्वारा अवैध खनन के चलते 20 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी जिसमें करनाल, चंडीगढ़, फरीदाबाद, सोनीपत और यमुनानगर जैसे इलाके शामिल हैं. ED के द्वारा की गई यह सब छापेमारी हरियाणा और यमुनानगर के पास वाले इलाकों में चल रहे काम के दौरान पत्थरों, बजरी और रेत के अधिक मात्रा में अवैध रूप से खनन को लेकर की गई थी. आप है कि इस अवैध खनन के कार्य में विधायक सुरेंद्र पवार और पूर्व विधायक दिलबाग सिंह सहित उनके कुछ अन्य सहयोगी भी मिले हुए थे.
पहचान छुपाने के लिए नकली कागजात तक बनवाएं
ED द्वारा यह जांच हरियाणा पुलिस के जरिए दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर शुरू की गई थी. ED को जांच के दौरान यमुनानगर जिले में बहुत से स्क्रीनिंग प्लॉट के मालिकों और स्टोन क्रशर के जरिए की गई खनिजों की अवैध खनन और उन्हें बेचने के बारे में भी जानकारी मिली है. इस पूरी प्रक्रिया में अपनी पहचान को छुपाए रखने के लिए नकली कागजात बनवाने जैसी कूट नीतियों का भी उपयोग किया गया है.
गोला- बारूद तक छापेमारी में मिले
ED के दौरान 20 स्थान पर की गई छापेमारी में 5.29 करोड़ रुपए नगद, कुछ इलेक्ट्रॉनिक चीजें, निवेश से जुड़े कुछ कागजात, कुछ आपत्तिजनक कागजात, और 1.89 करोड रुपए के सोने के साथ, दो वाहन भी जब्त में लिए गए थे. इन सब चीजों के अलावा भी ED द्वारा कुछ चीज जप्त की गई थी जैसे की कुछ गोला-बारूद, हथियार, अधिक मात्रा में शराब आदि. इन्हीं सब चीजों के चलते जनवरी में कुलविंदर सिंह और दिलबाग सिंह को ED द्वारा गिरफ्तार किया गया था और अब परिवर्तन निदेशालय ने सोनीपत विधायक को भी गिरफ्तार कर लिया है.