Sunscream का उपयोग त्वचा को सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों से बचाने के लिए आमतौर पर किया जाता है, लेकिन हाल की रिपोर्टों से पता चला है कि सनस्क्रीन में उपयोग किए जाने वाले रसायन स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं. Environmental Working Group (EWG) द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट ने इस मुद्दे को उजागर किया है और दिखाया है कि कई लोकप्रिय सनस्क्रीन उत्पादों में ऐसे रसायन मौजूद हैं, जो लंबे समय में स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं.
रिपोर्ट का परिचय
EWG की रिपोर्ट ने Sunscream में उपयोग होने वाले कुछ प्रमुख रसायनों की समस्या को स्पष्ट किया है. रिपोर्ट के अनुसार, कई सनस्क्रीन उत्पादों में ऐसे रसायन शामिल हैं जो त्वचा को सुरक्षा देने के बजाय स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं. इनमें से कुछ रसायन हार्मोनल असंतुलन, त्वचा की एलर्जी, और यहां तक कि कैंसर जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकते हैं.
स्वास्थ्य पर प्रभाव
रिपोर्ट में उल्लिखित कुछ प्रमुख रसायनों में ऑक्सीबेनज़ोन, ओक्टिनोक्सेट, और पॅरबेंस शामिल हैं. ये रसायन त्वचा में अवशोषित हो जाते हैं और शरीर के अंदर जाकर हार्मोनल तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं.
- ऑक्सीबेनज़ोन: यह एक सामान्य Sunscream अवयव है जो सूर्य की यूवी किरणों को अवशोषित करता है. लेकिन, यह रसायन हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है और शरीर में एंडोक्राइन प्रणाली को प्रभावित कर सकता है. कई अध्ययन बताते हैं कि ऑक्सीबेनज़ोन उच्च मात्रा में त्वचा में अवशोषित हो जाता है और इससे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
- ओक्टिनोक्सेट: यह भी एक सामान्य Sunscream घटक है जो यूवी बी किरणों को अवशोषित करता है. इसके स्वास्थ्य पर प्रभावी होने के बारे में चिंताएं हैं, जैसे कि यह हॉर्मोन सिस्टम को प्रभावित कर सकता है और इसके लंबे समय तक उपयोग से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
- पॅरबेंस: सनस्क्रीन में उपयोग होने वाले पॅरबेंस एक प्रकार के संरक्षक होते हैं जो उत्पाद की शेल्फ लाइफ बढ़ाते हैं. हालांकि, इनका उपयोग हार्मोनल असंतुलन और एलर्जी प्रतिक्रियाओं का कारण बन सकता है.
पर्यावरणीय चिंताएं
Sunscream में मौजूद रसायन केवल स्वास्थ्य पर ही नहीं, बल्कि पर्यावरण पर भी प्रभाव डाल सकते हैं. विशेष रूप से, कोरल रीफ्स और अन्य समुद्री पारिस्थितिक तंत्रों में इन रसायनों का समावेश समुद्री जीवन के लिए हानिकारक हो सकता है. उदाहरण के लिए, ऑक्सीबेनज़ोन और ओक्टिनोक्सेट जैसे रसायन समुद्री जीवन को नुकसान पहुंचा सकते हैं और प्रवाल भित्तियों के क्षय का कारण बन सकते हैं.
संभावित समाधान और सावधानियां
इन समस्याओं के समाधान के लिए, उपयोगकर्ताओं को ऐसे सनस्क्रीन उत्पादों का चयन करना चाहिए जो प्राकृतिक अवयवों से बने हों और जो हानिकारक रसायनों से मुक्त हों. कई कंपनियां और ब्रांड अब ‘रसायन मुक्त’ और ‘ऑर्गेनिक’ सनस्क्रीन विकल्प प्रदान कर रहे हैं, जो स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए बेहतर हैं.