सफीफ जो की एक किसान है आपको बतादें की इनके पास अपी जमीन नही है लेकिन ये मुरादनगर के गंगनहर के पास में ही पिछले 10 सालों से खेती कर रहे है. बतादें की इन दस सालों में ही सफीफ भाई ने करोड़ो की कमाई कर ली है. गंगनहर की मुख्य सड़क पर अपने खेतो के सामने ही सफीफ भाई स्ट्राॅबेरी को बेचते भी है.
उन्होनें बताया है की स्ट्राॅबेरी को उगाने में काफी मेहनत लगती है इसके साथ ही उनके खेतों में मल्चिंग की मदद से स्ट्राॅबेरी की खेती की जाती है. पिछले दस साल से सफीफ स्ट्राॅबेरी उगा रहे है उन्होनें बताया है की वे 11 बीघा जमीन में स्ट्राॅबेरी की खेती करते है और उन्होनें 8000 बीघा जमीन को अपनी खेती करने के लिए किराए पर ले रखा है.
उनसे पुछे जाने पर बताया गया की अक्टूबर से नंवबर तक स्ट्राॅबेरी को लगाया जाता है वहीं 6 महीनें में ये फसल पूरी तरह से बन कर तैयार हो जाती है. इसके साथ ही सफीफ ने बताया की स्ट्राॅबेरी की खेती को बारिश से नुकसान पहुंच सकता है इससे पहले सफीफ सब्जियों की खेती करा करते थे. फिर एक बार सफीफ के भाई हिमाचल में गए तो उन्हें स्ट्राॅबेरी की खेती के बारें में पता चला. जिसके बाद से सफीफ ने स्ट्राॅबेरी की खेती को उगाना शुरू किया.
पिछले दस सालों में सफीफ ने अपनी इस स्ट्राॅबेरी की खेती को 11 बीघा जमीन तक पहुंचा दिया है. उन्होनें बताया की सबसे पहले उन्होनें 2 बीघे की जमीन में स्ट्राॅबेरी की खेती की थी. जिसके बाद वे 5 बीघे की जमीन पर पहुंच गए. ऐसे करते हुए आज उनकी 11 बीघा जमीन में स्ट्राॅबेरी की खेती हो रही है इसके साथ ही जब उनसे पूछा गया की वे अगले साल इसे कितना बढ़ाने वाले है तो उन्होनें बताया की वे अगले साल तक 25 बीघा जमीन पर स्ट्राॅबेरी की खेती करने वाले है.