साबरमती एक्सप्रेस पटरी से उतरी
कानपुर और भीमसेन स्टेशन के बीच एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ, जिसमें वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 19168) पटरी से उतर गई. इस दुर्घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया और बताया कि ट्रेन पर कई संदिग्ध निशान मिले हैं, जो साजिश की संभावना की ओर इशारा करते हैं. सभी साक्ष्य सुरक्षित रखे गए हैं और मामले की जांच चल रही है.
जांच और प्रतिक्रिया
हादसे के तुरंत बाद, कानपुर के जिला मजिस्ट्रेट राकेश वर्मा ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया और बताया कि 22 बोगियां पटरी से उतरी थीं. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि ट्रेन पर मिले निशानों के आधार पर जांच को गंभीरता से लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि रेलवे बोर्ड की सिफारिश पर सीबीआई जांच की संभावना भी प्रबल हो गई है.
ओडिशा हादसे की तर्ज पर हो सकती है सीबीआई जांच
ओडिशा में हुए रेल हादसे के बाद से ही रेल सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं. रेल मंत्री ने कहा कि ओडिशा हादसे की जांच भी सीबीआई से कराई जा सकती है. रेलवे बोर्ड की तरफ से इसकी सिफारिश की गई है, और केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है. इस संदर्भ में यह संभावना है कि कानपुर हादसे की जांच भी सीबीआई को सौंपी जा सकती है.
साजिश की अटकलें और सीबीआई जांच की मांग
कल एक पूर्व रेल मंत्री ने ओडिशा हादसे को साजिश बताया था, और अब साबरमती एक्सप्रेस हादसे के बाद साजिश की अटकलें और तेज हो गई हैं. रेल मंत्री ने कहा कि इस त्रासदी के बाद सभी एजेंसियों ने मिलकर तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया. रेलवे बोर्ड ने इस मामले की जांच के लिए सीबीआई से मदद मांगने की सिफारिश की है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस घटना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और सीबीआई जांच की मांग की है.
निष्कर्ष
साबरमती एक्सप्रेस के हादसे ने रेलवे सुरक्षा पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. रेल मंत्री और अन्य अधिकारियों द्वारा की जा रही जांच से यह स्पष्ट होता है कि इस हादसे में साजिश की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. अब यह देखना बाकी है कि केंद्र सरकार कब तक सीबीआई जांच की मंजूरी देती है और इस मामले की सच्चाई क्या सामने आती है.