डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम, जो दुष्कर्म और हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है, मंगलवार को रोहतक की सुनारिया जेल से फरलो पर रिहा होकर बरनावा आश्रम पहुंच गया. यह उसकी सातवीं फरलो है, और इस बार वह 21 दिन के लिए बाहर आया है. राम रहीम के साथ उसकी करीबी हनीप्रीत और परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे.

सुबह पहुंचा आश्रम, गेट हुए बंद
मंगलवार सुबह लगभग 6:40 बजे राम रहीम को हरियाणा पुलिस की सुरक्षा में सुनारिया जेल से निकाला गया. उसके जनपद में प्रवेश करते ही बागपत पुलिस प्रशासन ने उसे सुरक्षा प्रदान की. सुबह 8:26 बजे वह पुलिस की चार गाड़ियों के साथ शाह सतनाम सिंह आश्रम, बरनावा पहुंचा. सफेद रंग की चार फॉर्च्युनर गाड़ियों में से एक में डेरा प्रमुख था. आश्रम के अंदर प्रवेश करते ही मुख्य गेट बंद कर दिए गए और पुलिस ने सख्त पहरा लगा दिया. आश्रम के अंदर अनुयायियों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है.
पुलिस की कड़ी निगरानी और नियमों का पालन
आश्रम के मुख्य द्वार पर तैनात पुलिस बल ने सख्त निगरानी रखते हुए यह सुनिश्चित किया कि पैरोल के नियमों का पालन किया जाए. इंस्पेक्टर एमएस गिल ने बताया कि नियमों का उल्लंघन होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया कि आश्रम में भीड़ इकट्ठी नहीं होने दी जाएगी, जिससे कानून और व्यवस्था बनाए रखी जा सके.
राम रहीम की फरलो का इतिहास
डेरा प्रमुख राम रहीम को पहली बार 17 जून 2022 को 30 दिन की पैरोल मिली थी, जिसके दौरान वह बरनावा आश्रम में रहा। इसके बाद वह 18 जुलाई को वापस सुनारिया जेल चला गया.
दूसरी बार 15 अक्टूबर 2022 को 88 दिनों बाद उसे फिर पैरोल मिली, और 25 नवंबर को वह फिर से जेल लौट गया.
तीसरी बार 21 जनवरी 2023 को उसे 40 दिन की पैरोल मिली, और वह 3 मार्च को वापस जेल गया.
चौथी बार 20 जुलाई 2023 को उसे 30 दिन की पैरोल मिली, और वह 20 अगस्त को वापस जेल गया.
पांचवी बार 21 नवंबर 2023 को उसे 21 दिन की फरलो मिली, और 13 दिसंबर को वह फिर से जेल लौटा.
छठी बार 19 जनवरी 2024 को 50 दिन की पैरोल मिली, और वह 10 मार्च को वापस जेल चला गया.
अनुयायियों पर रोक
डेरा प्रमुख के इस फरलो के दौरान आश्रम में अनुयायियों की आमद पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. पुलिस प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी प्रकार की भीड़ आश्रम में न जुटे. पैरोल के नियमों के तहत आश्रम में भीड़ एकत्र होने की अनुमति नहीं दी जाएगी, और पुलिस द्वारा इस पर सख्त निगरानी रखी जाएगी.

निष्कर्ष
राम रहीम की यह सातवीं फरलो है, और हर बार की तरह इस बार भी वह बरनावा आश्रम में रुका है. उसके आश्रम पहुंचने के बाद गेट बंद कर दिए गए हैं और पुलिस द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है. अनुयायियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं.