Prashant Kishor ने किया ऐलान सभी सीटों से लड़ेंगे चुनाव, 40 मुस्लिम उम्मीदवार को देंगे टिकट

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Prashant Kishor ने किया ऐलान

जन सुराज के संस्थापक Prashant Kishor ने ऐलान किया है की वे 40 मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट देंगे। प्रशांत किशोर ने ऐलान कर दिया है कि उनकी पार्टी राज्य के सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पटना के बापू सभागर में रविवार को जन सुराज की ओर से ‘राजनीति में मुसलमानों की भागीदारी’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम को प्रशांत संबोधित कर रहे थे।

प्रशांत किशोर ने कहा कि 2025 के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम समाज से कम-से-कम 40 प्रत्याशी बनाएगी। उन्होंने कहा, संगठन में भी पूरी हिस्सेदारी दी जाएगी। संगठन का नेतृत्व करने वाले 25 लोगों में भी चार से पांच मुस्लिम समुदाय के लोग होंगे. कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिवक्ता अबु अफान, पूर्व मंत्री मोनाजिर हसन, पूर्व न्यायाधीश अंसारी के अलावा संजय ठाकुर, अबैस अंबर, सोजब अब्बास व अनेक दूसरे नेता उपस्थित रहे।

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर की नजर अब लालू यादव की पार्टी राजद के पारंपरिक वोट बैंक ,मुस्लिम वोटों पर है। बता दें कि प्रशांत किशोर आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी से कैंडिडेट उतारने की तैयारी में है।अगर वे मुसलमानों को रिझाने में कामयाब रहे तो लालू की पार्टी को बड़ा नुकसान हो सकता है।

बिहार में मुसलमानों की हिस्सेदारी

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प्रशांत किशोर ने कहा कि मुसलमानों की आबादी 18 प्रतिशत के अनुसार 40 विधायक होने चाहिए, परंतु सभी दलों को मिलाकर 19 विधायक हैं। उन्होंने कहा कि मात्र 37 प्रतिशत वोटों से ही बीजेपी तीन बार दिल्ली में सरकार बनाने में कामयाब हुई है, जबकि देश में तो 80 प्रतिशत हिन्दू आबादी है. इसका मतलब हुआ कि 40 प्रतिशत हिन्दुओं ने बीजेपी के खिलाफ वोट दिया है.

पिछले बिहार विधानसभा में चुनाव में 8 मुस्लिम विधायक आरजेडी से जीते हैं. इसके बाद पांच विधायक असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से, चार विधायक कांग्रेस से और एक-एक विधायक सीपीआई (एम) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) से जीते हैं. इस चुनाव में जेडीयू ने 11 मुस्लिम विधायकों को टिकट दिया था, लेकिन कोई भी नहीं जीत पाया.

दिलीप जायसवाल ने क्या कहा

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दिलीप जायसवाल ने राजद के नेता प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य की जनता राजद के दोहरे चरित्र को अच्छी तरह जानती है। राजद के प्रमुख लालू यादव एम-वाई (मुसलिम-यादव) से आगे सोच ही नहीं सकते हैं।हालांकि, जब नेतृत्व सौंपने की बात आती है तो वे परिवार को ही प्राथमिकता देते हैं.

उन्होंने कहा तेजस्वी और राबड़ी देवी से कोई योग्य नेता राजद प्रमुख को दिखाई नहीं देता है। सत्ता में या सत्ता से बाहर दोनों ही परिस्तिथियों में परिवार ही उनकी पहली प्राथमिकता है। दोनों सदन में नेता प्रतिपक्ष राजद प्रमुख ने पत्नी और बेटा को बना रखा है।

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