PPF vs NPS
PPF vs NPS दोनों में से कौन सा विकल्प आपके लिए रहेगा बेहतर यह जानने के लिए आइये पहले दोनों योजनाओ के बारे में समझते हैं। एनपीएस वात्सल्य योजना अभी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा शुरू की गई है इसमें ₹1000 प्रतिमाह निवेश कर सकते हैं यह योजना बच्चों के लिए चलाई गई है जिसमें उनके कानूनी माता-पिता बच्चों के नाम से पैसे निवेश कर सकते हैं जब तक की बच्चा बालिग़ ना हो जाए।
PPF योजना पोस्ट ऑफिस के स्माल सेविंग योजना है जिसमे आप 500 रूपए प्रतिमाह का निवेश कर सकते है इस योजना में भी आप बच्चो के लिए निवेश कर सकते हैं इसमें ब्याज भी 7.5 का मिलता है। यह एक लॉन्ग टर्म प्लान होता है।
NPS वात्सल्य

एनपीएस वात्सल्य योजना को बच्चों के फाइनेंशियल सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लॉन्च किया गया है जिसमें बच्चों के माता-पिता बच्चों की तरफ से निवेश कर सकते हैं ,फिर बच्चों के बड़े होने पर यह अकाउंट एक नियमित एनपीएस अकाउंट में बदल जाएगा। इसमें बच्चों को परमानेंट अकाउंट नंबर 12 अंको का दिया जाता है जो नेशनल पेंशन योजना के तहत रजिस्टर्ड हर व्यक्ति को दिया जाता है यह जीवन भर के लिए रहता है।
इस योजना में खाता खोलकर नाबालिक बच्चों का पेंशन अकाउंट खोला जा सकता है इससे लंबी अवधी में उनके लिए एक बड़ा अमाउंट तैयार हो सके और फाइनेंशली उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।
PPF योजना
पीएफ योजना पोस्ट ऑफिस की योजना है जो की स्मॉल सेविंग स्कीम में आती है इस योजना में भी बच्चों के लिए निवेश कर सकते हैं. PPF एक लांग टर्म स्कीम होती है और इसमें मैच्योरिटी की बात करे तो वो लगभग 15 साल बाद होती है ,आप इसे 5-5 साल में दो बार बढ़ा सकते हैं वहीं अगर रिटर्न की बात करें तो आपको इसमें 7.5 क का रिटर्न मिलता है।
PPF vs NPS

- पीपीएफ योजना में आप ₹500 से अधिक का निवेश कर सकते हैं जबकि एनपीएस योजना में ₹1000 प्रति माह आपके निवेश करना होगा
- पीपीएफ योजना एक निवेश विकल्प उपलब्ध कराता है जबकि एनपीएस पेंशन योजना एक निवेश योजना है
- एनपीएस वत्सल योजना से पैसा निकालने के लिए बच्चों का अकाउंट कम से कम 3 साल तक का पुराना होना चाहिए जब बच्चा 18 साल का पूरा हो जाएगा तब आप इसे 25% का अकाउंट उसके पढ़ाई लिखाई या उसकी इलाज के लिए खर्च कर सकते हैं वही 18 साल की उम्र के बाद जो भी पैसे आपने जमा किए हैं उसका 20 फीस भी पैसा निकाल सकते हैं और 80 फ़ीसदी पैसा से आप अनन्युटी ले सकते हैं इसी अनन्युटी से आपके बच्चे की पेंशन बनेगी जो कि उसकी 60 साल यानी रिटायरमेंट के समय तक मिलनी शुरू
- पीपीएफ में आपको 7.5 फीसदी का ब्याज मिलता है जो की गारंटीड होता है वही एनपीएस में आपको कोई फिक्स रिटर्न नहीं दिया जाता है क्योंकि यह एक मार्केट लिंक योजना होती है
- पीपीएफ में आप 15 साल तक के लिए पैसा जमा करते हैं हालांकि इसे दो बार पांच-पांच साल के लिए बढ़ाया जा सकता है वही एनपीएस में फिक्स नहीं होता है कुछ भी इसमें 18 साल की उम्र के बाद भी 60 साल की उम्र तक इस योजना को जारी रखा जा सकता है।