नई दिल्ली: चुनाव आयुक्त (ईसी) के पद से अरुण गोयल के आश्चर्यजनक इस्तीफे के बाद, रविवार को कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 15 मार्च को दो चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति होने की संभावना है. यह अनूप चंद्र पांडे की सेवानिवृत्ति और गोयल के इस्तीफे से बनी रिक्तियों को भरने के कदम के रूप में आया है.
अपको बात दें, एक चयन समिति की बैठक भी आयोजित की जाएगी, जिसकी अध्यक्षता पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी करेंगे, जो चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति के लिए दो व्यक्तियों का नाम तय करेंगे. इसके बाद आधिकारिक नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाएगी.
लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम के लिए चुनाव आयोग की घोषणा से ठीक पहले गोयल ने शुक्रवार सुबह इस्तीफा दे दिया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया और कानून मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर इसकी घोषणा की. इससे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार चुनाव प्राधिकरण के एकमात्र सदस्य रह गये हैं. पांडे ने 14 फरवरी को 65 वर्ष की आयु पूरी करने पर पद छोड़ दिया था.
कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के नेतृत्व में एक खोज समिति जिसमें गृह सचिव और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के सचिव शामिल होंगे, पहले दोनों पदों के लिए पांच-पांच नामों के दो अलग-अलग पैनल तैयार करेगी.
बाद में, प्रधान मंत्री की अध्यक्षता वाली एक चयन समिति जिसमें एक केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल होंगे, चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति के लिए दो व्यक्तियों का नाम तय करेगी. चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जायेगी, सूत्रों ने कहा कि चयन समिति सदस्यों की सुविधा के आधार पर 13 या 14 मार्च को बैठक कर सकती है और नियुक्तियां 15 मार्च तक होने की संभावना है.