लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने किया बड़ा ऐलान, बोले- भारत जल्द बनेगा ग्रीन हाईड्रोजन का हब

Picsart 24 08 15 13 21 20 045

PM Narendra Modi

15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस का हर जगह जश्न मनाया जा रहा है. पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा हुआ है. अलग अलग तस्वीरें सोशल मीडिया तक पर वायरल हो रही है. हर एक जगह देश के जश्न में झूमीं हुई है. कही तिरंगी लाइटें लगी है, तो कहीं अलग अलग पोशाकों में लोग देश का यह त्यौहार मनाते हुए दिख रहे है.

वहीं अगर बात करें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तो उन्होंने लाल किले पर झंडा लहरा कर पूरे देश को संबोधित किया. संबोधित करते हुए PM Narendra Modi ने स्वतंत्रता दिवस पर एक बार फिर ग्रीन हाइड्रोजन की राष्ट्र से बात की. इसकी बात करते हुए उन्होंने देश को इसकी जरूरतों के बारे में पूरी जानकारी दी. साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन के लिए हब बनाने की पूरी तैयारी हो रही है.

Picsart 24 08 15 13 21 59 473

क्या है ग्रीन हाइड्रोजन

बता दें ग्रीन हाइड्रोजन का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भी कर चुके है. उनका कहना है कि देश रिन्यूएबल ऊर्जा के रास्ते पर पूरी तरह से स्वतंत्र हो सके इसके लिए ग्रीन हाइड्रोजन को लाना जरूरी है. इसका सीधा मकसद यह है कि ग्रीन हाइड्रोजन के आने से पेट्रोल, डीजल और कोयले की गुलामी से देश मुक्ति हो जाएगा और भारत अपने आप में ही इन चीजों को लेकर पूरी तरीके से स्वतंत्र हो जाएगा.

अब आप पूरी तरीके से डिटेल्स में समझ लें कि आखिर यह ग्रीन हाइड्रोजन है क्या? आप सभी जानते है की H2O यानी कि पानी. साधारण भाषा में कहें तो दो गुण यानी h2 हाइड्रोजन के है. वहीं O का हिस्सा ऑक्सीजन को प्रेरित है. वहीं अगर इनको इलेक्ट्रोलाइजर से अलग कर दें, तो जो हाइड्रोजन बचेगा, वो ही होता है ग्रीन हाइड्रोजन. जिस से इलेक्ट्रोलाइजर के जरिए बिजली का करंट पैदा किया जाता है. इसी सारे प्रोसेस को ग्रीन हाइड्रोजन का नाम दिया गया है.

कहां से और कैसे उत्पन होगा ग्रीन हाइड्रोजन

अब आपके मन में यह भी सवाल चल रहा होगा कि आखिर यह ग्रीन हाइड्रोजन आएगा कहां से और कैसे. तो आपको बता दें ग्रीन हाइड्रोजन पानी से मिलेगा. जिस तरीके से पूरा प्रोसेस करके बिजली उत्पन्न की जाती है, वैसे ही पानी के अंदर मौजूद तत्व को तोड़कर ग्रीन हाइड्रोजन को पैदा किया जा सकता है.

भारत में कैसे होगा इसका लाभ

हर साल भारत देश लगभग 12 ट्रिलियन रुपए खर्च करता है हर साल ऊर्जा पैदा करने के लिए. जिसमें ज्यादातर खर्च पेट्रोल, डीजल और कोयला के लिए होता है. इस सब खर्च को ग्रीन हाइड्रोजन के जरिए खत्म किया जा सकता है.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Home
Google_News_icon
Google News
Facebook
Join
Scroll to Top