राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू के अभिभाषण पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दे रहे हैं. जिसके दौरान विपक्ष संसद से वर्कआउट कर लिया. जिसके कारण राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ विपक्ष से नाराज हो गए और इस तरह से वर्कआउट करने को संविधान का अपमान बताया.
आज बुधवार को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभीभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे तब भाषण के दौरान विपक्ष लगातार नारेबाजी कर रहा था और उसके बाद वॉकआउट कर लिया. जिस पर राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने अपनी नाराजगी की जताते हुए कहा कि वह आशा करते हैं कि विपक्ष के लोग अपने मन मैं जाकर देखेंगे और अपने कर्तव्य को समझेंगे.

सभापति के द्वारा यह भी कहा गया कि विपक्ष ने उन्हें पीठ नहीं दिखाई है बल्कि उनके द्वारा भारत के संविधान का अपमान किया गया है. उन्होंने सिर्फ सदन छोड़कर नहीं गए हैं वह अपनी मर्यादा को भी छोड़ कर चले गए हैं. विपक्ष की इस हरकत का प्रभाव देश के 140 करोड लोगों पर भी पड़ेगा. जनता को यह सब जानकर दुख होगा. जब विपक्ष में अपनी बात कही तो उनकी बात भी सुनी गई थी तो अब उन्हें भी सत्ता पक्ष की बात को सुनना चाहिए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के चले जाने के बावजूद भी अपने संबोधन को शुरू किया और कहा विपक्ष सच्चाई को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे है इसीलिए यहां से भाग गए हैं. पर मैं अपने भारत के देशवासियों से जुड़ा हुआ हूं, जनता को पल-पल की खबर देना मेरा कर्तव्य है और मैं अपने कर्तव्य का पालन करता हूं.