जब मानव शरीर किशोर अवस्था में जाता है तब कई तरह के बदलाव देखता है जिसमे से उन्हें सबसे जायदा चिंता देता है मुंहासों का निकलना.किशोर अवस्था में मुंहासों का निकलना आम बात है क्योंकि उस समय शरीर में हार्मोनल बदलाव हो रहे होते है जिसकी वजह से मुंहासे निकलना निकलते है.
क्या है किशोरों में मुंहासों के कारण
- हार्मोनल परिवर्तन: किशोरावस्था में हार्मोनल परिवर्तन त्वचा पर प्रभाव डालते हैं, जिससे ब्रेकआउट हो सकते हैं.
- त्वचा की देखभाल में लापरवाही: किशोरावस्था में त्वचा की देखभाल में लापरवाही बरतने से त्वचा पर मृत कोशिकाएं और गंदगी जमा हो सकती है, जिससे ब्रेकआउट हो सकते हैं.
- तनाव: किशोरावस्था में तनाव त्वचा पर प्रभाव डालता है और ब्रेकआउट का कारण बन सकता है.
- अनियमित आहार: किशोरावस्था में अनियमित आहार त्वचा के स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है और ब्रेकआउट का कारण बन सकता है.
- जेनेटिक्स: कुछ मामलों में, ब्रेकआउट जेनेटिक कारणों से हो सकते हैं.
- हार्मोनल उतार-चढ़ाव: किशोरावस्था में हार्मोनल उतार-चढ़ाव त्वचा पर प्रभाव डालते हैं और ब्रेकआउट का कारण बन सकते हैं.
- त्वचा की संवेदनशीलता: कुछ किशोरों की त्वचा अधिक संवेदनशील होती है, जिससे ब्रेकआउट हो सकते हैं.
किशोरों को किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए
- त्वचा की नियमित देखभाल करें: त्वचा को साफ और स्वच्छ रखने के लिए नियमित तौर पर स्नान करें और त्वचा की सफाई के लिए माइल्ड प्रोडक्ट्स का उपयोग करें.
- हाइड्रेटेड रहें: पर्याप्त पानी पीने से त्वचा हाइड्रेटेड रहती है और मुंहासों की समस्या कम होती है.
- स्वस्थ आहार लें: त्वचा के स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ आहार लेना महत्वपूर्ण है। ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाएं.
- तनाव कम करें: तनाव त्वचा पर प्रभाव डालता है और मुंहासों का कारण बन सकता है। तनाव कम करने के लिए योग, ध्यान और व्यायाम करें.
- पर्याप्त नींद लें: पर्याप्त नींद लेने से त्वचा को आराम मिलता है और मुंहासों की समस्या कम होती है.
- त्वचा को छूने से बचें: त्वचा को बार-बार छूने से त्वचा पर बैक्टीरिया और गंदगी जमा हो सकती है, जिससे मुंहासे हो सकते हैं.
- मेकअप का सावधानी से उपयोग करें: मेकअप का उपयोग करने से पहले त्वचा को साफ करें और मेकअप हटाने के लिए माइल्ड प्रोडक्ट्स का उपयोग करें.
- हाथों को साफ रखें: हाथों को नियमित तौर पर साफ करें और त्वचा को छूने से पहले हाथों को साफ करें.
- त्वचा को एक्सफोलिएट करें: त्वचा को एक्सफोलिएट करने से मृत कोशिकाएं और गंदगी हटती है और त्वचा साफ रहती है.
किशोरों के लिए कौन से स्वरस होते है फायदेमंद
- नारियल पानी: नारियल पानी हाइड्रेटेड रखता है और त्वचा के लिए फायदेमंद होता है.
- नींबू पानी: नींबू पानी विटामिन सी से भरपूर होता है, जो त्वचा के लिए फायदेमंद होता है.
- गाजर का स्वरस: गाजर का स्वरस विटामिन ए से भरपूर होता है, जो त्वचा और आंखों के लिए फायदेमंद होता है.
- चुकंदर का स्वरस: चुकंदर का स्वरस आयरन से भरपूर होता है, जो रक्त की कमी को दूर करता है.
- पपीता का स्वरस: पपीता का स्वरस विटामिन ए और विटामिन सी से भरपूर होता है, जो त्वचा और पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है.
- अनन्नास का स्वरस: अनन्नास का स्वरस विटामिन सी से भरपूर होता है, जो त्वचा और पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है.
- संतरा का स्वरस: संतरा का स्वरस विटामिन सी से भरपूर होता है, जो त्वचा और पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है।
किशोरों के लिए तुलसी स्वरस है वरदान
- प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है.
- तनाव और चिंता को कम करता है.
- त्वचा को स्वस्थ रखता है और ब्रेकआउट को रोकता है.
- श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखता है और खांसी और सर्दी को रोकता है.
- पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और अपच को रोकता है.
- रक्तचाप को नियंत्रित करता है.
- मधुमेह को नियंत्रित करता है.
- कैंसर के खतरे को कम करता है.
- हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है.
- विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और शरीर को डिटॉक्स करता है.