आपको बतादें की हाल ही के दिनों में मारूति सुजंकी अपनी कुछ गाड़ियों को कर रही है रिकाॅल. लेकिन क्या आप जानते है की कंपनियां इस शब्द का इस्तेमताल क्यों करते है. दरअसल, इस पर एक कानुन बना हुआ है जिसे कंपनी का फाॅलो करना होता है आज यहां हम आपको बताएगें इस लाॅ के बारें में तो चलिए जानते है इसके बारेें में.
क्या होता है इस शब्द का मतलब?
इस शब्द का मतलब होता है वापस बुलाना. आपको बतादें की जब भी किसी कंपनी के वाहनों में कोई दिक्कत या फिर परेशानि आती है तो कंपनी बिना किसी निर्देश के अपने वाहन को वापस कंपनी में बुलाती है. जिसे रिकाॅल कहा जाता है. गाड़ी को नुकसान से और अपने ग्ररहकोें को एक्सीडेंट के जोखिम और दुर्घटना से बचाने के लिए कंपनी रिकाॅल टर्म का इस्तेमाल करती है.
दरअसल, 2019 में मोटर वाहनों के नियमों में संशोधन किया गया था. तब उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम को लागू किया गया. आपको बतादें की उस समय में ऑटोमोटिव रिकॉल का खास तौर पर ध्यान रखा जाता था. जिसमें कंपनी के वाहनों को ऑटोमोटिव रिकॉल के लिए एमवी अधिनियम में बदलाव किया गया था. जिसके तहत मुख्य अधिनियम में धारा 110ए को लाया गया.
धारा 110ए क्या है?
बतादे की इस धारा के चलते सरकार कंपनी को एक ओईएम का आदेश दे सकती है. जिसमें की सरकार कंपनी के उन वाहनों को वापस बुलाने का निर्देश देती है जिन वाहनों से ड्राइवर, पर्यावरण या फिर लोगों को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान हो सकता है.
बताया जा रहा हे की देश की बड़ी कंपनी Maruti Suzuki ने हाल ही में अपनी (Baleno) बेलेनों को वापस रिकाॅल किया है ये कंपनी की बेहद फेमस कार है. कार में शिकायत के चलते कंपनी ने इसे रिकाॅल करने की घोषणा की है.