बतादें की देश की बड़ी कंपनी महिंद्रा ऐंड महिंद्रा एक बेहतर वाहन कंपनी के तौर पर अपनी पहचान बनाने के लिउ अब बिल्कुल तैयार है. इसके साथ ही कंपनी अपना कृषि व्यवसाय को बढ़ाने के लिए भी योजना बना रही है. आपको बतादें की कंपनी लाइट.वेट ट्रैक्टर सेगमेंट और साथ ही इंटरनेशनल मार्केट में भी अपना ध्यान केंद्रित कर रही है. एक रिपोर्ट में कंपनी ने अपना योजना के बारेें में काफी विस्तार में चर्चा की है.
रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के कार्यकारी निदेशक राजेश जेजुरिकर ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया है की कंपनी को फिलहाल एक भागीदार की तलाया है जो कम समय के लिए फंड जुटाने में मदद कर सके. इसके साथ ही उन्होनें बताया की महिंद्रा इलेक्ट्रिक आॅटोमोबाइल एक अलग कंपनी है. जिसका तकरीबन मुल्यांकन 9.1 अरब डाॅलर तक का है. कंपनी ने ब्रिटिश इंटरनैशनल इन्वेस्टमेंट के साथ फंड जुटाया है. और कंपनी इसके अलावा भी फंड जुटाने की सोच रही है. कंपनी के निदेशक ने भी बताया है की वे किसी भी ओईएम की तलाश नही कर रही है.
इसके साथ ही आपको बतादें की कंपनी के कृषि उपकरण खंड और दोपहिया व्यवसाय के लिए अंतरराष्ट्रीय परिचालन के स्थान पर केदार आप्टे को दिया गया है. उन्हें प्रकाश वाकनकर के स्थान पर रखा गया है. बतादें की प्रकाश वाकनकर ने एक बेहद लंबे समय तक के लिए कंपनी की कमान को संभाले रखा था. इसके ऑटोमोटिव बिजनेस के लिए नलिनीकांत गोल्लागुंटा को सीईओ बनाया गया है. लेकिन इस बात का ईवी से कोई संबध नही है.
आपको बतादें की कंपनी कृषिगत मशीनरी के लिउ भी येाजना बनी रही है जिसमें कंपनी देश में कृषि क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाना चाहती है. बताया जा रहा है की कंपनी का मानना है की इस क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहन ज्यादा कारगर नही हो सकते है. परंतु अंगुर बागान के लिहाज से ये वाहन काफी उपयोगी हो सकते है.