वैसे तो पूरे देश में ही जन्माष्टमी के त्यौहार को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है लेकिन जन्माष्टमी के त्यौहार को लेकर महाराष्ट्र की सरकार ने एक बड़ा ऐलान किया है. महाराष्ट्र के बहुत से क्षेत्र में जन्माष्टमी के बाद दही हांडी के उत्सव को बहुत ही जोर-शोर से मनाया जाता है. इस उत्सव में लगभग हजारों की तादाद में लोग खासकर युवा हिस्सा लेते हैं और अपनी जान की परवाह न करते हुए भी ऊंचाई पर बंधी दही की मटकी को फोड़ कर इस उत्सव में आनंद डाल देते हैं.
घायल और जान कमाने वाले गोविंदाओं को मिलेंगे 10 लाख रुपए
महाराष्ट्र सरकार द्वारा गोविंदाओ को लेकर दही हांडी के उत्सव के लिए एक बहुत बड़ा ऐलान किया गया है. दही हांडी फोड़ते वक्त बनाए जाने वाले मानव पिरामिड में बहुत बार बहुत से हादसे हो जाते हैं जिसमें बहुत बार लोगों की जान भी चली जाती है. इस बार हादसे में घायल या मृत्यु होने वाले गोविंद को महाराष्ट्र सरकार ने 10 लाख रुपए की बीमा राशि देने का ऐलान किया है.
75 हजार गोविंदाओं का कराया जाएगा बीमा
महाराष्ट्र सरकार न सिर्फ घायल और मृत्यु होने वाले गोविंदाओं को 10 लाख देगी बल्कि उन गोविंदाओं को भी बीमा की राशि दी जाएगी जिनकी दोनों आंखें इस उत्सव के दौरान खराब हो जाएगी. सरकार ने इस विषय में जानकारी देते हुए 75 हजार गोविंदाओं के बीमा कराए जाने के बारे में बताया है.
शरीर के एक अंग गवाने वाले गोविंदाओं को भी मिलेंगे 5 लाख
इतना ही नहीं इसके साथ ही दही हांडी उत्सव के दौरान कोई शरीर के किसी भी एक अंग को गवाने वाले गोविंदाओं को भी सरकार ने 5 लाख रुपए तक की बीमा राशि देने का फैसला किया है. इसके अलावा सरकार गोविंदाओं को इलाज के दौरान एक लाख तक की राशि की सहायता करेगी.
इस बार 27 अगस्त को मनाया जाएगा दही हांडी उत्सव
इस बार दही हांडी का उत्सव 27 अगस्त को मनाया जाएगा. दही हांडी वाले दिन पूरे देश में कहीं ना कहीं इस उत्सव के लिए जोरों शोरों से इंतजाम किए जाते हैं उन सभी क्षेत्र में से महाराष्ट्र भी एक है. महाराष्ट्र में मनाए जाने वाले दही हांडी उत्सव में हजारों की तादाद में युवा गोविंद बनकर दही हांडी फोड़ने के लिए हिस्सा लेते हैं. दही हांडी के उत्सव का उद्घाटन बहुत से नेताओं और बॉलीवुड के सितारों द्वारा किया जाता है.