प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दिया कि अगले पांच सालों में मेडिकल की पढ़ाई के लिए 75000 नई सीटे श्रजीत की जाएंगी ,78 वें स्वतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा की विकसित भारत के साथ ही हमे स्वस्थ भारत बनना होगा.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बताया की पिछले 10 सालों में मेडिकल सीटों 1 लाख तक बढ़ा दी गई है, प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि हर साल 25000 युवा विदेश में मेडिकल की पढ़ाई के लिए जाते हैं और वह ऐसे ऐसे देश में जाते हैं जिनके नाम सुनकर मैं हैरान हो जाता हूं.

उन्होंने अपने भाषण में कहा की ” हमने तय किया है कि 5 साल में 75000 नई सिम बनकर तैयार की जाएगी उन्होंने आगे कहा कि हमने विकसित भारत की पहली पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए पोषण अभियान शुरू किया है.

इससे क्या होंगे फ़ायदे
- डॉक्टरों की कमी दूर होगी: अधिक सीटें होने से अधिक छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर पाएंगे, जिससे डॉक्टरों की कमी दूर होगी.
- स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार: अधिक डॉक्टर होने से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में.
- प्रतिस्पर्धा में कमी: सीटें बढ़ने से प्रतिस्पर्धा में कमी आएगी, जिससे छात्रों पर दबाव कम होगा.
- मेडिकल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार: अधिक सीटें होने से मेडिकल कॉलेजों पर दबाव कम होगा, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा.
- रोजगार के अवसर बढ़ेंगे: अधिक डॉक्टर होने से स्वास्थ्य क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
- स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ेगी: अधिक डॉक्टर होने से स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच दूरदराज के क्षेत्रों तक बढ़ेगी.
- चिकित्सा अनुसंधान में वृद्धि: अधिक डॉक्टर होने से चिकित्सा अनुसंधान में वृद्धि होगी, जिससे नई दवाओं और उपचारों का विकास होगा.
मेडिकल कॉलेजों की सीटें बढ़ाकर 75000 करने से भारत की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, और डॉक्टरों की कमी दूर होगी.