किआ ने भारत में 10 लाख यूनिट्स की बिक्री का आंकड़ा पार किया

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दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता कंपनी किआ ने भारतीय बाजार में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. कंपनी ने महज 59 महीनों के भीतर 10 लाख यूनिट्स की बिक्री का मील का पत्थर पार कर लिया है. यह उपलब्धि किआ के लिए विशेष महत्व रखती है, क्योंकि इसने पांच वर्षों के अंदर ही भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में अपनी एक सशक्त पहचान बनाई है.

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सेल्टॉस की सबसे ज्यादा बिक्री

किआ ने भारतीय बाजार में अपने सफर की शुरुआत किआ सेल्टॉस के साथ की थी, जिसने कंपनी की कुल बिक्री में 48 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया है. किआ सेल्टॉस की सफलता ने भारतीय बाजार में किआ की मजबूत उपस्थिति को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसके बाद, कंपनी ने सोनेट और कैरेंस मॉडल्स को भी लॉन्च किया, जिनकी बिक्री ने क्रमशः 34 प्रतिशत और 16 प्रतिशत का योगदान दिया है.

किआ क्लैविस: जल्द ही भारत में

किआ की वर्तमान लाइनअप में सोनेट, सेल्टॉस, कैरेंस और EV6 जैसे मॉडल शामिल हैं। लेकिन कंपनी यहीं रुकने वाली नहीं है। किआ जल्द ही अपनी नई कॉम्पैक्ट SUV, किआ क्लैविस, को भी भारतीय बाजार में लॉन्च करने की योजना बना रही है. यह नई SUV इस साल के अंत तक या 2025 की शुरुआत में भारतीय बाजार में दस्तक दे सकती है.

किआ इंडिया के चीफ सेल्स ऑफिसर की प्रतिक्रिया

किआ इंडिया के चीफ सेल्स ऑफिसर, जूनसू चो, ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा, “किआ ने भारतीय बाजार में अपने लॉन्च के बाद से ही लगातार रिकॉर्ड समय में मील के पत्थर हासिल किए हैं. 10 लाख घरेलू बिक्री का आंकड़ा पार करना हमारे लिए गर्व की बात है और यह इस बात का प्रमाण है कि हमने भारतीय ग्राहकों की ज़रूरतों को समझा और उन पर खरा उतरे हैं.”

भारतीय बाजार में किआ की सफलता

किआ की सफलता का एक बड़ा कारण भारतीय ग्राहकों की पसंद और उनकी ज़रूरतों को समझने की कंपनी की क्षमता है. किआ ने अपने मॉडल्स में भारतीय बाजार की विविधता और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बदलाव किए हैं, जिससे उसकी गाड़ियां ग्राहकों के बीच पसंदीदा बनी हुई हैं.

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भविष्य की योजनाएँ

किआ इंडिया के भविष्य के योजनाओं में नए मॉडल्स को लॉन्च करना और भारतीय बाजार में अपनी पकड़ को और मजबूत बनाना शामिल है. कंपनी का लक्ष्य है कि वह देश में अपने ग्राहकों के लिए अधिक विकल्प और बेहतर तकनीक प्रदान करे, जिससे उसकी बाजार में उपस्थिति और भी मजबूत हो सके.

निष्कर्ष

किआ ने भारतीय बाजार में अपने पांच साल के सफर में जिस तरह से कामयाबी हासिल की है, वह प्रशंसनीय है। सेल्टॉस की सफलता ने कंपनी को एक मजबूत आधार प्रदान किया है, और सोनेट व कैरेंस जैसे मॉडल्स ने इस सफलता को और बढ़ावा दिया है. किआ की इस उपलब्धि से यह साफ है कि कंपनी आने वाले वर्षों में भी भारतीय बाजार में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

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