आपको बतादें की टाटा समूह की एक इकाई जगुआर लैंडरोवर 2030 तक खुदको इलेक्ट्रिक फर्स्ट लक्जरी कार के निर्माण कार्य के लिए एक योजना को तैयार कर रही है. जिसके लिए कंपनी ने वाहनों के निर्माण के लिए अगले पाचं सालों तक डिजिटल तकनीक पर 15 अरब पाउंड निवेश करने का फैसला किया है.
बताया जा रहा है की ब्रिटेन के अपने हेलवुड प्लांट को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक फर्स्ट मे कनवर्ट कर दिया है. आपको बतादे की इस कंपनी की अगली जेनरेशन की गाड़ियां मिड साइज की एसयूवी भी अब इलेक्ट्रिक होने वाली है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक ये पता ख्चला है की कंपनी साल 2030 तक खुदको इलेक्ट्रिक फर्स्ट में तब्दील करने जा रही है. इसके साथ ही कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी सीईओ एड्रन मर्डेल ने जानकारी देते हुए बताया की कंपनी का ऐम 2030 एक इलेक्ट्रिक फस्र्ट मेें कनवर्ट होना है जिसके लिए कंपनी आने वाले पांच सालों में 15 अरब के निवेश की तैयारी कर रही है.
वहीं उन्होनें ग्लोबल मीडिया अपडेट में ये भी बताया की कंपनी लगातार अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रही है. जिसमें कंपनी ने शुद्ध नकदी सकारात्मक स्थिति के साथ साथ 2026 तक दो एबिट हासिल करने की योजना बना रही है. उन्होनें बताया की दो साल पहले रीइमेजिंग की रणनीती को पेश किया था. जिसके बाद ही कंपनी की दो शानदार कारों को मार्केट में उतारा गया था. जो थी लक्जरी रेंज रोवर और रेंज रोवर स्पोर्ट्स मॉडल. साथ ही कंपनी ने महामारी के दौरान और चीप सकंट के चलते अपने सबसे मुनाफे वाले वाहनों का प्रोडक्शन बढ़ाया. जिसमें की तीसरी तिमाही में वे मुनाफा कमा सके.
बतादें की हाल ही के समय में जगुआर लैंडरोवर प्रतिस्पर्धी कंपनियों मर्सिडीज ओर बीएमडब्लयू बाजार में अपना दांव नही खेल पा रही है. पर कंपनी के विश्लेषकों का मानना है की जल्द ही चिप आपूर्ति में सुधार से और बुकिंग में मजबुती से जगुआर लैंडरोवर की स्थिति सुधार लाएगें.