केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने हाल ही में ये जानकारी दी है की अंतरिक्ष मिशन के लिए परीक्षण रॉकेटों का इस्तेमाल करने वाले चार अबॉर्ट मिशनों में से पहले गगनयान को इसी साल ही मई में शुरू किया जाएगा.
गगनयान मिशन के बारें में
दरअसल,पिछले वर्ष 2022 में भारत का पहला अंतरिक्ष मिशन तैयार किया गया. जिसे गगनयान का नाम दिया गया और इसके तहत सरकार द्वारा 10 हजार करोड़ रूपये जारी किए गए. गगनयान मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में भेजा जाएगा.ISRO पहली बार अंतरिक्ष यात्रियों धरती से 400 कीमी दूर स्पेस में भेजेगा. मिशन के लिए भारतीय वायुसेना में से लोग चुने जाएगें.
क्या है 4 अबॉर्ट मिशन?
आपको बतादें की बीते साल 2022 में ISRO के गगनयान मिशन के साथ ही 4 टैस्ट अबॉर्ट मिशन भी किए थे तैयार. जिसके बारें में ISRO के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने ये जानकारी देते हुए बताया की अगर गगयान के दौरान कुछ भी गलत होता है तो उसे तुरंत अबॉर्ट कर दिया जाएगा. जिसके लिए 4 अबॉर्ट मिशन रैडी किए गए है. जिनमें से 2 इस साल लॉन्च किए जाएगें और बाकी के 2 अगले साल लॉन्च होगें.गगनयान मिशन सफल होने पर अगला मिशन मानव अंतरिक्ष यान का होगा.जून जुलाई में चांद के लिए भी मिशन लॉन्च किया जाना है.
रिपोर्ट के मुताबिक, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया पहला अबॉर्ट मिशन (Test Vehicle),TV-D1 इस साल मई में लॉन्च होगा.जिसके बाद 2024 में दूसरा परीक्षण यान TV-D2 मिशन होगा.साथ ही उन्होनें बताया की अक्टूबर 2022 में गगनयान मिशन में कुल राशि 3,040 करोड़ रुपये तक खर्च हो चुके है.