बीमा क्लेम रिजेक्ट होने का दर्द
इंश्योरेंस पॉलिसी लेना आजकल आम बात हो गई है. लोग अपने और अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए स्वास्थ्य, जीवन, गाड़ी और संपत्ति जैसी चीजों का बीमा करवाते हैं. हालांकि, जब इंश्योरेंस क्लेम रिजेक्ट हो जाता है, तो यह बेहद निराशाजनक और तनावपूर्ण होता है. बीमा क्लेम रिजेक्ट होने के कई कारण हो सकते हैं, जिन्हें समझकर हम इस स्थिति से बच सकते हैं.
गलत जानकारी देने से बचें
श्रीराम जनरल इंश्योरेंस के चीफ अंडरराइटिंग ऑफिसर शशिकांत दहूजा का कहना है कि बीमा पॉलिसी लेते समय सही और पूरी जानकारी देना बेहद जरूरी है. अगर आप अपनी उम्र, स्वास्थ्य या किसी और महत्वपूर्ण जानकारी में गलती करते हैं, तो बीमा कंपनी आपके क्लेम को अस्वीकार कर सकती है. इसलिए पॉलिसी लेते समय सभी जानकारियों को ध्यानपूर्वक भरें और उसे क्रॉस-चेक करना न भूलें. अगर आपके स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो उसे साफ-साफ बताएं. यह सुनिश्चित करें कि आप प्रीमियम का भुगतान समय पर करते रहें ताकि पॉलिसी लैप्स न हो.
सही बीमा कवरेज का चयन करें
बीमा पॉलिसी चुनते समय लापरवाही न करें. अक्सर लोग सस्ती पॉलिसी के चक्कर में आवश्यक कवरेज छोड़ देते हैं, जिससे बाद में उन्हें नुकसान होता है. दहूजा के अनुसार, बीमा पॉलिसी लेने से पहले आपको यह मूल्यांकन करना चाहिए कि आपको किस चीज की सुरक्षा की आवश्यकता है. चाहे वह स्वास्थ्य हो, घर हो, गाड़ी हो या व्यवसाय, सही कवरेज लेना बेहद जरूरी है. इसके अलावा, बीमा पॉलिसी की शर्तों और क्लेम सेटलमेंट की प्रक्रिया को भी समझ लें, ताकि भविष्य में कोई दिक्कत न हो.
क्लेम रिजेक्शन के बाद क्या करें?
अगर आपका बीमा क्लेम रिजेक्ट हो गया है, तो घबराएं नहीं. सबसे पहले बीमा कंपनी द्वारा भेजे गए अस्वीकृति पत्र को ध्यानपूर्वक पढ़ें और रिजेक्शन का कारण समझें. यदि क्लेम किसी गुम या अधूरी जानकारी के कारण अस्वीकार किया गया है, तो उस गलती को सुधार कर क्लेम को दोबारा सबमिट किया जा सकता है. अगर आप मानते हैं कि क्लेम गलत तरीके से रिजेक्ट हुआ है, तो बीमा कंपनी से संपर्क करें और अपनी बात रखें.
बीमा कंपनी से नहीं मिल रहा सहयोग?
अगर आपकी शिकायत का समाधान बीमा कंपनी नहीं करती है, तो आप इसके खिलाफ इंश्योरेंस रेगुलेटर यानी भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) के पास शिकायत दर्ज कर सकते हैं. शिकायत के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज और साक्ष्य प्रस्तुत करें। IRDAI आपकी शिकायत की जांच करेगी और उचित कार्रवाई करेगी.
निष्कर्ष
बीमा क्लेम रिजेक्ट होना निराशाजनक हो सकता है, लेकिन सही जानकारी और प्रक्रियाओं का पालन करके इस स्थिति से बचा जा सकता है. सही जानकारी देना, सही पॉलिसी चुनना और समय पर प्रीमियम का भुगतान करना क्लेम रिजेक्शन से बचने के मुख्य उपाय हैं. अगर क्लेम फिर भी रिजेक्ट हो जाए, तो कंपनी और IRDAI के साथ सही कदम उठाकर इसे हल किया जा सकता है.