बंपर कमाई करने के लिए अनानास की खेती करना सबसे अच्छा काम है. इसकी खासियत यह है कि बिना किसी मौसम की बंदिश के अनानास की खेती साल भर आराम से की जा सकती है. भारत में बहुत से राज्य ऐसे हैं जहां पूरे साल इसकी खेती की जाती है. अनानास की खेती करके न सिर्फ अनानास बल्कि इससे बनने वाली कुछ उपयोगी चीजों को बेचकर अधिक से अधिक लाभ कमाया जा सकता है.
साल भर कर सकते हैं अनानास की खेती
अनानास न सिर्फ एक स्वादिष्ट फल है बल्कि यह बहुत सी चीजों में लाभदायक भी है. अनानास यानी पाइनएप्पल को खाने से न सिर्फ भूख पड़ती है बल्कि पेट से जुड़ी हुई बहुत सी दिक्कतें खत्म करने में भी यह सहायता करता है. साथ ही विटामिन सी के गुण होने के कारण अनानास त्वचा में न सिर्फ ग्लो लाने का काम भी करता है बल्कि इसे खाने से त्वचा का रंग भी साफ होता है. यही कारण है कि यह बाजार में अच्छे खासे दामों में बिकता है. फिलहाल के समय में अनानास की खेती बहुत ही कम लोगों के द्वारा की जाती है लेकिन यह लाभ कमाने के लिए काफी अच्छा व्यवसाय है. क्योंकि अनानास की खेती को किसी भी विशेष मौसम की जरूरत नहीं होती. पूरे साल में किसी भी महीने में कभी भी अनानास की खेती की जा सकती है.
कब करनी चाहिए अनानास की रोपाई
अनानास की प्रजाति कैक्टस है. वैसे तो यह है सदाबहार फल है, लेकिन बेहतर परिणाम पाने के लिए सलाह दी जाती है कि इसकी रोपाई मई और जुलाई तक कर देनी चाहिए. आज के समय में अनानास की खेती भारत में 92000 हेक्टर पर हो रही है जिसकी वजह से हर साल लगभग 14.96 लाख टन अनानास की उपज होती है.
कैक्टस प्रजाति का होता है अनानास
किसी भी मौसम में अनानास की खेती को किया जा सकता है यही कारण है कि इस सदाबहार फल भी कहा जा सकता है. इसके साथ ही इसकी खेती करना भी बहुत ही आसान है जिसकी वजह से ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है. भारत के दक्षिणी राज्य जैसे कि केरल में इसकी साल भर खेती की जाती है. कैक्टस प्रजाति का होने के कारण इसे सिंचाई के लिए अन्य पौधों के मुकाबले पानी की भी काम जरूरत पड़ती है. इसकी खेती को पूरा करने में लगभग 18 से 20 महीने तक का समय लगता है. अनानास फल के पकाने की पहचान उसके रंग से होती है यह लाल और पीले रंग का होना शुरू हो जाता है जिसके बाद इसे तोड़ना शुरू कर दिया जाता है. अनानास को वैसे तो गर्मियों का फल माना जाता है लेकिन इसकी खेती पूरी साल की जाती है.
मुख्य फसल के रूप में होती है अनानास की खेती
भारत के कुछ उत्तर पूर्वी और दक्षिणी राज्य में अनानास की खेती मुख्य फसल के आधार पर की जाती है. जैसे कि मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, केरल, आंध्र प्रदेश और असम राज्यों में मुख्य फसल के रूप में अनानास की खेती की जाती है. इन राज्यों के अलावा अब कुछ मध्यांतर राज्य भी जैसे कि उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश और बिहार ज्यादा से ज्यादा लाभ पाने के लिए अनानास की खेती करने लगे हैं.
अनानास से कितनी हो सकती है कमाई
अनानास एक ऐसा फल है जिसे बहुत सी बीमारियों में कारगर बताया गया है यही इसकी महंगी कीमतों का कारण है. इसका एक कारण यह भी है कि अनानास एक पौधे पर सिर्फ एक ही बार आता है दोबारा फल पाने के लिए दूसरे लॉट मैं फसल को लगाना पड़ता है. विदेश में भी अनानास का निर्यात भारत के द्वारा किया जाता है. बाजार में आमतौर पर अनानास का मूल्य डेढ़ सौ से 200 रुपए तक रहता है. अनुमान है कि अगर 30 तन अनानास का उत्पादन किस प्रति हेक्टेयर में करें तो उसे लाखों रुपए तक का लाभ हो सकता है.