IAS Vandana Singh:
भारत देश में बहतु से लोगों का सपना होता है, कि वे एक बेहतरीन IPS आईपीएस और IASअफसर बन सके. जिसके लिाए वे सभी जी तोड़ मेहनत करते है. वहीं UPSC यूपीएससी की इस कठीन परीक्षा को पार करने के लिए वे सभी बहुत सी बार एग्जाम भी देते है. ऐसे में कई विधायर्थी इस परीक्षा को पहले अटेम्प्ट में ही पार कर लेते है, और कुछ बहुत सी बार परीक्षा देते है. आज हम जिन की कहानी आपके सामने लेकर के आए है, वे है वंदना सिंह. आपको बतादें, कि वंदना सिंह एक आईएएस अफसर है, जिन्होनें अपने पहले ही Attempt में UPSC की इस कठीन परीक्षा को पार कर दिखाया. आइए जानते है वंदना की कहानी
आपकेा बतादें, कि बहुत से ऐसे कम उम्मीदवार होते है, जो कि इस परीक्षा को अपने पहले प्रयास में पार कर पाते है. जिनमें से एक है वंदना सिंह जिनका जन्म हुआ था हरियाणा के नरसुल्लागढ़ में. बतादें, कि वंदना ने बेहद मेहनत के बाद अपने पहले ही प्रयास में ये UPSC यूपीएससी का पेपर क्रैक कर दिखाया था. जो कि इस समय पर नैनीताल की जिलाधिकारी है.
IAS Vandana Singh
आपको बतादें, कि वंदना का जन्म हरियाणा में 4 अप्रैल 1989 को हुआ था. बतादें, कि हरियाणा में पैदा हुई वंदना एक ऐसे परिवार से है, जहंा पर लड़कियों को शिक्षित बनाने में केाई ज्यादा रूची नही रखता है. ऐसे में वंदना के माता पिता ने उनका हौंसाला बढ़ाया और उन्हें पढ़ाने में योगदान दिया. उनके घर के लगभग सभी परिवार जन वंदना की पढ़ाई से काफी नाखुश रहा करते थे. ऐसे में वंदना के पिता ने किसी की भी बात ना सुनते अपनी बेटी की पढ़ाई को जारी रखा और उन्हें उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक गुरूकुल में एडमिशन भी कराया जिससे कि वंदना ने अपनी आगे की पढ़ाई को पूरा किया. लाॅ की पढ़ाई के साथ ही में उन्होनें इस यूपीएससी की तैयारी को शुरू कर दिया था. उन्होनें दिन रात की मेहनत कर के अपनी यूपीएससी की पढ़ाई को पूरा किया. एक इंटरव्यू के दौरान वंदना बताती है कि उन्होनें इस एग्जाम को पास करने के लिए तकरीबन 12 से 13 घंटों की पढ़ाई की. जिसके बाद से साल 2012 में इस एग्जाम को दिया और अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की इस टफ परीक्षा को पार कर दिखाया. जहां पर वंदना ने लोगों के सामने ये साबित कर दिखाया कि अगर दृढ़ संकल्प के साथ्पा में किसी कार्य को किया जाए तो उसे हासिल कर पाना उतना भी मुश्किल नही होता है.