Govt Schemes
Govt Schemes : सरकार के द्वारा नागरिकों के लिए बहुत सारी योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनका लाभ देश के नागरिको को मिलता है इनमें से कुछ योजनाएं केंद्र सरकार के द्वारा संचालित है वहीं कुछ योजनाएं राज्य सरकार अपने नागरिकों के लिए चलाती है जिसके अंतर्गत उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है ,ऐसी ही एक योजना उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा चलाई जा रही है जिसका लाभ राज्य में रहने वाले दिव्यांग बच्चों को मिलता है जिसमें उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है आईए जानते हैं इस योजना के बारे में
UP Sponsorship Govt Schemes
UP Sponsorship Govt Schemes की शुरुआत दिव्यांग बच्चों के लिए की गई है जिसके अंतर्गत उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई लिखाई का खर्च उठाया जाता है और उनके पालन पोषण में वित्तीय सहायता दी जाती है ,इसके लिए सरकार हर महीने ₹4000 देती है ताकि वे बच्चे जो दिव्यांग हैं और उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है उनके पालन पोषण और पढ़ाई लिखाई में सहायता मिल सके।
किसे मिलता है लाभ
- UP Sponsorship Govt Schemes के अंतर्गत 1 साल से लेकर 18 साल तक के दिव्यांग बच्चों को इसका लाभ दिया जाता है
- इस योजना में वे बच्चे जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है वह बेसहारा है वह इसके अंतर्गत पात्र है
- इस योजना के अंतर्गत वे बच्चे जिनके माता-पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और वह अपने बच्चों की देखभाल अच्छे से नहीं कर पाते वह इस योजना के अंतर्गत पात्र हैं
- इस योजना के अंतर्गत वे दिव्यांग बच्चे जिनके माता-पिता की मृत्यु हो गई है उन्हें इसका लाभ मिलेगा
- इस योजना में तलाकशुदा मां जो अपने परिवार के साथ नहीं रहती है और अपने बच्चे का पालन पोषण करने में असमर्थ है उन्हें इसका लाभ मिलेगा
- इस योजना अंतर्गत जो बच्चे भी नहीं आर्थिक सहायता और पुनर्निवास की आवश्यकता होती है उन्हें इसका लाभ मिलता है इस योजना के अंतर्गत जिनके माता-पिता और गंभीर रूप से कोई बीमारी हो उन्हें इसका लाभ दिया जाता है इस योजना के अंतर्गत प्राकृतिक आपदा का शिकार हुए बच्चों को इसका लाभ दिया जाता
कैसे करते हैं आवेदन
- UP Sponsorship Govt Schemes में आवेदन करने के लिए आप महिला बाल कल्याण विभाग के कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं
- इसके लिए आपको बच्चों का आधार कार्ड ,आय प्रमाण ,माता-पिता का डेथ सर्टिफिकेट यदि हो तो इसके साथ ही वह जिस स्कूल में पढ़ते हैं उसका रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र सारे डॉक्यूमेंट अपने फार्म के साथ अटैच करके संबंधित विभाग में जमा कर दें
- इसके बाद सम्बंधित विभाग के अधिकारियों के द्वारा आपके आवेदन की जांच की जाएगी और पात्र पाए जाने पर आपको योजना का लाभ मिलेगा