सोमवार को घरेलू बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है. वैश्विक स्तर पर कीमती धातुओं के दामों में आई कमी का प्रभाव अब भारतीय बाजार में भी देखने को मिल रहा है.
सोने की कीमतों में गिरावट
सोने की कीमतें सोमवार को 700 रुपये की गिरावट के साथ 73,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गईं. शुक्रवार को सोना 74,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक बाजारों में सोने की कीमतों में कमी और घरेलू आभूषण विक्रेताओं की सुस्त मांग को बताया जा रहा है.
चांदी की कीमतों में भी कमी
सोने की तरह ही चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई है. सोमवार को चांदी का भाव 2,000 रुपये टूटकर 83,800 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया, जबकि पिछले सत्र में चांदी 85,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की कमजोर मांग के कारण यह गिरावट आई है.
वैश्विक बाजार का असर
वैश्विक स्तर पर COMEX सोना 0.07 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 2,522.90 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है. इस गिरावट का कारण अमेरिका के रोजगार आंकड़ों में अपेक्षित सुधार की कमी और अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती को लेकर बनी अनिश्चितता है.
विश्लेषकों की राय
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटी) सौमिल गांधी के अनुसार, “अमेरिकी रोजगार के आंकड़े उम्मीद से कमतर रहे हैं. इसने आगामी अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक में ब्याज दरों में कटौती की संभावना को लेकर अनिश्चितता बढ़ा दी है, जिसके कारण सोने की कीमतों में गिरावट आई है.”
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटी रिसर्च) मानव मोदी ने बताया कि व्यापारी इस सप्ताह के अमेरिकी मैक्रोइकॉनोमिक डेटा रिपोर्ट, जिसमें मुद्रास्फीति और उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) शामिल हैं, का इंतजार कर रहे हैं। ये आंकड़े फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों के अगले कदम को समझने में मदद करेंगे.
चांदी की कीमतों का रुख
हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चांदी की कीमतों में मामूली बढ़त देखी जा रही है, जो 28.44 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही है. कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी-कमोडिटी रिसर्च, कायनात चैनवाला ने कहा कि, “ट्रेजरी सेक्रेटरी जेनेट येलेन द्वारा मंदी की चिंताओं को कम करने के प्रयासों के बावजूद, अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों का इंतजार कर रहे व्यापारियों के कारण सोना स्थिर बना हुआ है.”
भविष्य की दिशा
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के कमोडिटीज एंड करेंसीज के एवीपी मनीष शर्मा ने कहा कि, “अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अगले सप्ताह लिए जाने वाले प्रमुख नीतिगत फैसले सोने और चांदी की कीमतों की दिशा तय करेंगे.”
इस प्रकार, सोने और चांदी की कीमतों में आई इस बड़ी गिरावट के पीछे वैश्विक और घरेलू बाजारों की परिस्थितियों का महत्वपूर्ण असर है.