केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी के हालिया बयान को लेकर तीखा हमला बोला है. राहुल गांधी ने अमेरिका के टेक्सास में एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर आलोचनात्मक टिप्पणियाँ की थीं, जिसके बाद भाजपा और गिरिराज सिंह ने उन्हें आड़े हाथों लिया है.
राहुल गांधी का अमेरिका में बयान
राहुल गांधी ने अमेरिका के टेक्सास में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत के संविधान और आरएसएस की भूमिका पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था, “हमारा मानना है कि सभी को देश में भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए, सपने देखने की अनुमति दी जानी चाहिए, और उनकी जाति, भाषा, धर्म, परंपरा या इतिहास की परवाह किए बिना उन्हें जगह दी जानी चाहिए.” इसके साथ ही, राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भारत के संविधान पर हमला करने का आरोप भी लगाया था.
गिरिराज सिंह की प्रतिक्रिया
गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा, “राहुल गांधी भारत की प्रशंसा करने के बजाय विदेश जाकर भारत को गालियाँ दे रहे हैं और चीन की तारीफ कर रहे हैं. ऐसा लगता है कि वह चीन के पैसे पर पल रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए जो भारत से बाहर जाकर भारत की आलोचना करते हैं.”
गिरिराज सिंह ने आगे कहा, “अगर राहुल गांधी अपनी दादी से बात कर पाते या आरएसएस की भूमिका के बारे में पूछने की कोई तकनीक होती, तो वह जाकर पूछते या इतिहास के पन्नों में देखते. राहुल गांधी को आरएसएस के बारे में जानने के लिए कई जन्म लेने पड़ेंगे. एक देशद्रोही आरएसएस को नहीं जान सकता. राहुल गांधी इस जन्म में आरएसएस को नहीं समझ पाएंगे. आरएसएस भारत के मूल्यों और संस्कृति से उत्पन्न हुआ है.”
भाजपा और आरएसएस की भूमिका
गिरिराज सिंह का यह बयान राहुल गांधी के अमेरिकी कार्यक्रम में दिए गए बयान पर सीधे प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है. भाजपा और आरएसएस ने राहुल के बयान को भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंचाने के रूप में देखा है और उनकी टिप्पणियों को देशद्रोह के रूप में परिभाषित किया है. गिरिराज सिंह का कहना है कि ऐसे बयान भारत की अखंडता और सांस्कृतिक पहचान के खिलाफ हैं और इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
निष्कर्ष
राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए बयान ने भारतीय राजनीति में एक नया विवाद उत्पन्न कर दिया है. भाजपा और आरएसएस ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और गिरिराज सिंह ने इसे लेकर कड़ा संदेश दिया है. अब देखने वाली बात यह होगी कि इस विवाद पर आगे क्या घटनाक्रम सामने आते हैं और राजनीतिक प्रतिक्रीया का क्या असर होता है.